
Uttar Pradesh corona update: कोरोना एक बार फिर दस्तक दे रहा है। पिछले कुछ महीनों से शांत दिख रहा यह वायरस अब फिर से धीरे-धीरे सक्रिय हो रहा है। उत्तर प्रदेश समेत देश के कई राज्यों में कोविड मामलों में इजाफा देखा जा रहा है। हालांकि सरकार और स्वास्थ्य विभाग दोनों ही सतर्क हैं। यूपी के डिप्टी सीएम और स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक ने इस गंभीर स्थिति पर बड़ा बयान दिया है, जिससे कोविड वॉरियर्स के लिए उम्मीद की किरण नजर आई है।
ब्रजेश पाठक ने बताया कि कोरोना महामारी के दौरान प्रदेश में लगभग 2800 से ज्यादा चिकित्सकों और स्वास्थ्यकर्मियों ने संविदा पर सेवाएं दी थीं। सरकार ने ऐसे कर्मियों के लिए समायोजन का आदेश पहले ही जारी कर दिया था, जिनमें से करीब 2200 कर्मचारियों का समायोजन किया जा चुका है।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा, “जो कर्मचारी अब भी समायोजन से वंचित हैं, उनके लिए नए शासनादेश जारी कर दिए गए हैं। जितने भी सरकारी अस्पताल हैं, उन्हें निर्देशित किया गया है कि बचे हुए कर्मचारियों को प्राथमिकता से समायोजित किया जाए।”
ब्रजेश पाठक ने राज्य में कोरोना के ताजा हालात पर भी बात की। उन्होंने कहा, "फिलहाल कोई पैनिक की स्थिति नहीं है, लेकिन सरकार पूरी तरह सतर्क है। विशेषज्ञों के मुताबिक यह नया वैरिएंट ज्यादा खतरनाक नहीं है, लेकिन कमजोर इम्युनिटी वाले लोगों को सावधान रहने की सलाह दी गई है।”
कोरोना के बढ़ते असर के बीच एक चिंता की खबर वाराणसी से सामने आई है। यहां बीएचयू के माइक्रोबायोलॉजी डिपार्टमेंट में तैनात 2 जूनियर डॉक्टर कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। यह जानकारी अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने साझा की है।
वाराणसी के मंडलीय और जिला अस्पतालों में कोविड जांच की व्यवस्था और सख्त कर दी गई है। एक अलग कोविड सेंटर बनाया जा रहा है जहां से सैंपल सीधे BHU के माइक्रोबायोलॉजी विभाग भेजे जाएंगे। इससे रिपोर्टिंग प्रक्रिया तेज और पारदर्शी होगी।
सरकार की ओर से आम जनता को सलाह दी गई है कि पैनिक न करें, लेकिन सतर्क जरूर रहें। कोविड से बचाव के लिए मास्क पहनना, हाथ धोना और भीड़भाड़ से बचना आज भी जरूरी है। खासकर बीमार, बुजुर्ग और बच्चों को विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है।
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