
उत्तर प्रदेश में नया बिजली कनेक्शन लेना अब छह गुना तक महंगा हो गया है? पावर कारपोरेशन ने बड़ा आदेश जारी किया है कि प्रदेश में अब केवल प्रीपेड स्मार्ट मीटर के साथ ही नए कनेक्शन दिए जाएंगे। यानी चाहें या न चाहें, हर उपभोक्ता को स्मार्ट मीटर लगवाना ही होगा।
इतनी बड़ी बढ़ोतरी ने उपभोक्ताओं की जेब पर सीधा असर डाला है। गरीब और मध्यमवर्गीय परिवारों का कहना है कि अब नया कनेक्शन लेना आसान नहीं रहा।
यह भी पढ़ें: Lucknow-Kanpur बनेंगे भारत के पहले AI City Hub, योगी सरकार ने कर ली प्लानिंग
उपभोक्ता परिषद का आरोप है कि पावर कारपोरेशन ने बिना नियामक आयोग की अनुमति लिए ही यह फैसला लागू कर दिया। परिषद का कहना है कि यह पूरी तरह से पारदर्शिता के खिलाफ है और जनता पर बोझ डालने वाला कदम है।
उपभोक्ता परिषद ने आरोप लगाया है कि इस तरह की भारी-भरकम बढ़ोतरी के लिए नियामक आयोग से कोई अनुमति नहीं ली गई। परिषद का कहना है कि बिना औपचारिक मंजूरी लिए उपभोक्ताओं पर अतिरिक्त शुल्क थोपना पारदर्शिता के खिलाफ है। विद्युत उपभोक्ता परिषद ने इस फैसले को उपभोक्ताओं के खिलाफ षड्यंत्र बताया है। परिषद ने नियामक आयोग में लोकमहत्व प्रस्ताव भी दाखिल किया है और आदेश को तत्काल वापस लेने की मांग की है। इसके साथ ही, मीटर खरीद के लिए जारी 100 करोड़ रुपये के टेंडर पर भी सवाल उठाए गए हैं। परिषद का आरोप है कि यह प्रक्रिया पूरी तरह से पारदर्शिता के नियमों के विपरीत है।
यह भी पढ़ें: क्या गंगा जल सच में कभी दूषित नहीं होता? डॉ. सोनकर की स्टडी में सामने आया चमत्कारिक सच
उत्तर प्रदेश में हो रही राजनीतिक हलचल, प्रशासनिक फैसले, धार्मिक स्थल अपडेट्स, अपराध और रोजगार समाचार सबसे पहले पाएं। वाराणसी, लखनऊ, नोएडा से लेकर गांव-कस्बों की हर रिपोर्ट के लिए UP News in Hindi सेक्शन देखें — भरोसेमंद और तेज़ अपडेट्स सिर्फ Asianet News Hindi पर।