
लखनऊ, 23 अक्टूबर: उत्तर प्रदेश में अब फायर सर्विस को और आधुनिक और सशक्त बनाया जाएगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि बढ़ती जनसंख्या, औद्योगिक विकास और तेजी से बढ़ते शहरीकरण को देखते हुए अग्निशमन विभाग की संरचना को मजबूत करना समय की जरूरत है। उन्होंने कहा कि फायर सर्विस को अब केवल आग बुझाने तक सीमित नहीं रखा जाएगा, बल्कि इसे आपदा प्रबंधन, रेस्क्यू ऑपरेशन और आपात सेवाओं के साथ जोड़ा जाएगा। मुख्यमंत्री गुरुवार को अग्निशमन विभाग की समीक्षा बैठक कर रहे थे।
सीएम योगी ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि हर रीजन में स्पेशलाइज्ड यूनिट बनाई जाए, जो केमिकल, बायोलॉजिकल और रेडियोलॉजिकल दुर्घटनाओं से निपटने में सक्षम हो। इसके अलावा, सुपर हाईराइज बिल्डिंग्स जैसी परिस्थितियों में भी राहत और बचाव कार्य तुरंत किया जा सके। मुख्यमंत्री ने कहा कि फायर सर्विस को अत्याधुनिक उपकरणों और प्रशिक्षित जनशक्ति से लैस किया जाए, ताकि किसी भी आपात स्थिति में तुरंत कार्रवाई हो सके।
बैठक में विभागीय कैडर रिव्यू पर चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री ने राजपत्रित संवर्ग के 98 और अराजपत्रित संवर्ग के करीब 922 नए पदों के सृजन की मंजूरी दी। इन पदों से फायर सर्विस को जनपद, रीजनल और मुख्यालय स्तर पर नई मजबूती मिलेगी। सीएम योगी ने यह भी कहा कि हर जिले में अकाउंट कैडर बनाया जाए, ताकि विभाग की प्रशासनिक क्षमता और वित्तीय पारदर्शिता बढ़ सके।
मुख्यमंत्री ने राज्य अग्निशमन प्रशिक्षण महाविद्यालय में अतिरिक्त पद सृजित करने के निर्देश दिए हैं, ताकि ट्रेनिंग और रिसर्च की गुणवत्ता को और बेहतर बनाया जा सके। उन्होंने कहा कि बेहतर प्रशिक्षण से फायर सर्विस की टीम किसी भी आपदा में तेज और सटीक कार्रवाई कर सकेगी।
सीएम योगी ने एक्सप्रेसवे पर बढ़ती दुर्घटनाओं पर चिंता जताते हुए निर्देश दिया कि हर 100 किमी पर एक छोटी फायर चौकी बनाई जाए। इन चौकियों में फायर टेंडर और आपातकालीन टीमें हमेशा तैनात रहेंगी, ताकि दुर्घटना के तुरंत बाद गोल्डन ऑवर में राहत-बचाव कार्य शुरू किया जा सके।
बैठक में अधिकारियों ने बताया कि नई ऑपरेशनल इकाइयों के रूप में कुशीनगर, आजमगढ़, श्रावस्ती, कानपुर नगर, अयोध्या, अलीगढ़, मुरादाबाद, चित्रकूट और सोनभद्र एयरपोर्ट्स पर फायर यूनिट्स पहले ही तैनात की जा चुकी हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि “फायर सर्विस जनता के जीवन और संपत्ति की सुरक्षा से जुड़ा हुआ विभाग है। इसकी संरचना ऐसी होनी चाहिए जो हर परिस्थिति में तेज, कुशल और जवाबदेह प्रतिक्रिया दे सके।” उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि विभाग का पुनर्गठन तय समयसीमा में पूरा किया जाए, ताकि जनता को जल्द इसका लाभ मिल सके।
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