गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे पर टोल टैक्स शुरू, आपकी जेब पर कितना असर पड़ेगा?

Published : Jul 29, 2025, 11:39 AM IST
Gorakhpur Link Expressway

सार

UP Expressway Toll Rates: यूपीडा ने 1 अगस्त 2025 से गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे पर टोल वसूली का ऐलान किया है। अलग-अलग वाहनों के लिए तय हुई नई दरें, वापसी यात्रा व मासिक पास पर छूट भी मिलेगी। जानिए पूरी जानकारी और फायदे।

Gorakhpur Link Expressway: उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल में गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे से यात्रा करने वालों के लिए अब नई व्यवस्था लागू होने जा रही है। उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवेज़ औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीडा) ने घोषणा की है कि 1 अगस्त 2025 से इस एक्सप्रेसवे पर टोल टैक्स वसूला जाएगा। सोमवार को यूपीडा ने सभी श्रेणियों के वाहनों के लिए टोल दरें सार्वजनिक कर दीं।

करीब 7283 करोड़ रुपये की लागत से बना यह एक्सप्रेसवे गोरखपुर, अंबेडकर नगर, संत कबीरनगर और आजमगढ़ जिलों को सीधे लखनऊ से जोड़ता है। यह महज एक सड़क नहीं, बल्कि पूरे क्षेत्र के लिए विकास की नई रफ्तार है।

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किस वाहन पर कितना टोल देना होगा? देखें पूरी सूची

91.352 किलोमीटर लंबे इस एक्सप्रेसवे पर एक तरफ की यात्रा के लिए वाहन चालकों को निम्न टोल शुल्क देना होगा:

  • दोपहिया/तीनपहिया वाहन या रजिस्टर्ड ट्रैक्टर: ₹140
  • कार, जीप, वैन या हल्के वाहन: ₹285
  • हल्के व्यावसायिक वाहन और मिनी बस: ₹440
  • बस या ट्रक: ₹840
  • भारी निर्माण मशीनरी और मल्टी-एक्सल वाहन: ₹1335
  • विशाल आकार के वाहन: ₹1745

टोल दरें वाहन की श्रेणी पर आधारित हैं और केवल एकतरफा यात्रा पर लागू होंगी।

क्या मिलेगी छूट? वापसी और मासिक पास के लिए राहत की खबर

यात्रियों के लिए कुछ राहत भी रखी गई है:

  • वापसी यात्रा पर छूट: यदि कोई यात्री उसी दिन वापसी करता है, तो उसे 40% की छूट मिलेगी। यानी वापसी पर केवल 60% टोल शुल्क देना होगा।
  • मासिक पास सुविधा: जो वाहन चालक एक महीने में 20 या उससे अधिक बार एक्सप्रेसवे का उपयोग करते हैं, उन्हें 20% तक की छूटमिलेगी। यह सुविधा खासतौर पर नियमित यात्रियों के लिए लाभकारी है।

क्यों अहम है गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे?

यह एक्सप्रेसवे सिर्फ समय की बचत नहीं करता, बल्कि पूरे क्षेत्र के आर्थिक और सामाजिक परिदृश्य को बदलने की क्षमता रखता है। व्यापारियों, किसानों और विद्यार्थियों के लिए यह मार्ग जीवन को कहीं अधिक आसान और तेज बनाएगा। बेहतर कनेक्टिविटी से जहां व्यापार को बल मिलेगा, वहीं रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे। विशेषकर गोरखपुर, आजमगढ़, संत कबीरनगर और अंबेडकर नगर जैसे जिलों को इससे सीधा लाभ पहुंचेगा।

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