मेरठ | दिवाली की जगमगाती रात दिल्ली के फर्श बाजार इलाके में खून की होली खेलने वाले अनिल उर्फ सोनू मटका का अंत आखिरकार पुलिस एनकाउंटर में हो गया। 50,000 रुपये के इनामी इस वांटेड अपराधी को पकड़ने के लिए दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल और यूपी एसटीएफ ने शनिवार सुबह मेरठ-बागपत रोड पर संयुक्त ऑपरेशन चलाया।
इस ऑपरेशन के दौरान 12 राउंड गोलियां चलीं। पुलिस की गोली से घायल सोनू को अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया। सोनू ने दिवाली की रात शाहदरा के फर्श बाजार इलाके में अपने चाचा-भतीजे की हत्या कर सनसनी फैला दी थी।
31 अक्टूबर की रात, जब पूरा देश दिवाली का जश्न मना रहा था, दिल्ली के फर्श बाजार में एक भयानक वारदात ने हर किसी को हिला कर रख दिया। बिहारी कॉलोनी में आकाश उर्फ छोटू (40) और उनके भतीजे ऋषभ (16) को गोली मारकर हत्या कर दी गई। आरोप सोनू मटका पर था, जिसने स्कूटी से पहुंचकर पहले आकाश के पैर छूए और फिर दोनों को गोलियों से भून दिया।
सीसीटीवी फुटेज में पूरी घटना कैद हो गई, जिससे सोनू की पहचान हुई। घटना के समय सोनू के साथ एक नाबालिग भी मौजूद था।
इस डबल मर्डर के बाद सोनू दिल्ली छोड़ मेरठ भाग गया और वहां दीपक जाट के नाम से रह रहा था। पुलिस ने सोनू के करीबी सहयोगी अजय उर्फ विजय उर्फ बाबू को गिरफ्तार कर जानकारी जुटाई। इसके बाद पुलिस को पता चला कि सोनू टीपी नगर इलाके में है।
शनिवार सुबह उसे पकड़ने के लिए ऑपरेशन शुरू किया गया। जब पुलिस ने उसे घेर लिया तो सोनू ने फायरिंग कर दी, जिसके जवाब में पुलिस ने भी गोलियां चलाईं। गोली लगने के बाद सोनू को अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन उसे बचाया नहीं जा सका।
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