नोएडा/इटावा | उत्तर प्रदेश के नोएडा विकास प्राधिकरण में OSD के पद पर तैनात रहे रवींद्र सिंह यादव का काली कमाई का खेल बेनकाब हो गया। नोएडा विकास प्राधिकरण के तत्कालीन ओएसडी रवींद्र सिंह यादव के ठिकानों पर शनिवार को विजिलेंस की टीम ने छापेमारी की। लेकिन ये छापेमारी किसी साधारण जांच का हिस्सा नहीं, बल्कि ‘आय से अधिक संपत्ति’ के मामले में करोड़ों की अकूत संपत्ति का पर्दाफाश करने की कहानी बन गई।
उनके नोएडा स्थित आवास और इटावा के स्कूल पर एक के बाद एक ऐसे दस्तावेज मिले हैं, जिन्हें देखकर विजिलेंस की टीम को भी लगा होगा, "सरकारी नौकरी इतनी ‘बरकत’ वाली कब से हो गई?"। विजिलेंस विभाग ने शनिवार को उनके नोएडा स्थित आवास और इटावा के स्कूल पर छापा मारकर करोड़ों की बेनामी संपत्ति का खुलासा किया।
विजिलेंस टीम को छापेमारी में 16 करोड़ रुपये का नोएडा स्थित तीन मंजिला मकान, 62 लाख के गहने, 37 लाख की कीमत के आधुनिक उपकरण और 2.47 लाख रुपये की नकदी मिली। यही नहीं, टीम को अलग-अलग जगहों पर खरीदी गई दर्जनभर जमीनों के दस्तावेज भी हाथ लगे हैं। इन संपत्तियों की कीमत करोड़ों में आंकी गई है।
छापेमारी में एक और बड़ा खुलासा हुआ। रवींद्र यादव ने इटावा के जसवंत नगर में करीब 15 करोड़ रुपये की लागत से 'अरिस्टोटल वर्ल्ड स्कूल' खड़ा किया है। स्कूल में दो करोड़ के महंगे उपकरण और फर्नीचर लगे हैं। इसके अलावा, स्कूल की 10 बसों की कीमत 1.04 करोड़ रुपये बताई जा रही है। स्कूल सोसाइटी का अध्यक्ष रवींद्र का बेटा निखिल यादव है।
विजिलेंस को रवींद्र यादव के घर से छह बैंक खातों के दस्तावेज, कई निवेश पॉलिसियों और विदेश यात्राओं से जुड़े कागजात मिले हैं। इसके अलावा, घर से बरामद इनोवा और क्विड कार के पेपर भी जब्त कर लिए गए हैं।
विजिलेंस अधिकारियों ने पुष्टि की है कि रवींद्र यादव के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति के मामले में मुकदमा दर्ज किया गया है। छापेमारी में बरामद दस्तावेजों की जांच जारी है, और जल्द ही अन्य राज़ भी सामने आ सकते हैं। पुलिस ने कहा है कि आरोपी की गिरफ्तारी के लिए प्रक्रिया तेज कर दी गई है।
यह भी पढ़े :
"हिंदू लड़के के साथ क्या कर रही हो"? उतरवाया बुरखा, मारा थप्पड़, फिर...
Atul Subhash Suicide Case: पत्नी, सास-साला गिरफ्तार, 14 दिन की हिरासत