मंगलवार, 24 जनवरी यानि की आज छत्तीसगढ़, सिक्किम, बिहार और अरुणाचल प्रदेश के लोक नृत्यों की प्रस्तुति की जाएगी। इसके बाद कवि सम्मेलन का आयोजन होगा। इस कवि सम्मेलन में विभिन्न बोलियों में बुंदेली, अवधी, बृज, भोजपुरी, खड़ी बोली और हिंदी भाषा के कई नामचीन कवि शामिल होंगे। वहीं 25 जनवरी को समारोह के दूसरे दिन दोपहर 1 बजे से विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजन किए जाएंगे।