मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली बीजेपी सरकार, प्रदेश के राजभर जाति के लोगों को अनुसूचित जनजाति में शामिल करने का ऐलान किया है।
लखनऊ। यूपी में राजभर समाज को लेकर योगी सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली बीजेपी सरकार, प्रदेश के राजभर जाति के लोगों को अनुसूचित जनजाति में शामिल करने का ऐलान किया है। राज्य सरकार जल्द ही इस संबंध में केंद्र सरकार को प्रस्ताव भेजेगी। प्रदेश की बीजेपी सरकार ने कई जिलों में राजभर समाज की स्थितियों के बारे में सर्वे कराया है। सर्वे के बाद राज्य सरकार ने राजभर जाति को अनुसूचित जनजाति के रूप में शामिल करने के लिए निर्णय लिया है। कुछ दिनों पहले ही एनडीए के कुनबे में शामिल हुए सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने योगी आदित्यनाथ को पत्र लेकर राजभर समाज को अनुसूचित जनजाति में शामिल करने की मांग की थी।
पूर्वांचल में राजभर या भर वोटबैंक से बीजेपी को मिल सकेगा फायदा
पूर्वांचल में भर या राजभर समाज का अच्छा खासा वोटबैंक है। सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर, लगातार अपनी बिरादरी को अनुसूचित जनजाति में शामिल करने की मांग करते आ रहे थे। योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री के रूप में पहले कार्यकाल में मंत्री रहे ओम प्रकाश राजभर ने 2019 में एनडीए को छोड़ समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन कर लिया था। ओबीसी समाज के मुखर चेहरे के रूप में पहचाने जाने वाले राजभर को एक बार फिर पूर्वांचल में स्थिति मजबूत करने के लिए बीजेपी ने एनडीए में शामिल कर लिया है। अमित शाह से मुलाकात के बाद ही बीते दिनों ओम प्रकाश राजभर ने गठबंधन का ऐलान किया था। इसके कुछ दिनों बाद वह यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलकर राजभर जातियों को अनुसूचित जनजाति में शामिल होने की मांग किए थे। राजभर जाति को यूपी में ओबीसी कैटेगरी में रखा गया है। लेकिन योगी सरकार ने अब अनुसूचित जनजाति में राजभर जाति को शामिल करने का प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजने का फैसला लिया है।
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