उत्तर प्रदेश के वाराणसी अंतर्गत भेलूपुर क्षेत्र के भदैनी गांव में एक व्यक्ति ने अपनी पत्नी, दो बेटों और बेटी की गोली मारकर हत्या कर दी और फरार हो गया। पुलिस आरोपी राजेंद्र गुप्ता की तलाश कर रही है। जानें घटना के पीछे की वजह।
वाराणसी। उत्तर प्रदेश के वाराणसी से इस वक्त की एक बड़ी और दिल दहला देने वाली खबर सामने आ रही है। भेलूपुर थाना क्षेत्र के भदैनी गांव में सोमवार देर रात एक व्यक्ति ने अपने ही परिवार का खात्मा कर डाला। आरोपी राजेंद्र गुप्ता (48) ने अपनी पत्नी, दो बेटे और एक बेटी की गोली मारकर हत्या कर दी और फिर मौके से फरार हो गया। घटना के बाद पूरे क्षेत्र में सनसनी फैल गई है। पुलिस आरोपी की तलाश में जुट गई है और उसकी मोबाइल लोकेशन ट्रेस की जा रही है। घटना की चौंकाने वाली वजह सामने आई है।
इस भयावह वारदात की जानकारी मंगलवार दोपहर उस वक्त सामने आई, जब मकान में रहने वाले किराएदारों को कुछ अनहोनी की आशंका हुई। किराएदारों ने पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर मामले की जांच शुरू की। पड़ोसियों के अनुसार आरोपी राजेंद्र इससे पहले भी अपने पिता और एक गार्ड की हत्या कर चुका है, जिससे उसकी हिंसक प्रवृत्ति पहले से ही स्पष्ट थी।
राजेंद्र ने अपनी पत्नी नीतू गुप्ता (45), बेटे नवनेंद्र (25) और सुबेंद्र (15) के साथ बेटी गौरंगी (16) को भी गोली मार दी। पुलिस के अनुसार राजेंद्र का अपनी पत्नी से अक्सर विवाद होता रहता था। किराएदारों के अनुसार वह दूसरी शादी करना चाहता था और उसे किसी तांत्रिक ने बताया था कि उसकी तरक्की में उसकी पत्नी बाधा बन रही है। इसी मानसिकता के चलते उसने अपने बच्चों सहित पत्नी की हत्या कर दी।
जानकारी मिली है कि राजेंद्र गुप्ता अपनी पत्नी और बच्चों के साथ किराए के कमरे में रहता था। उसका परिवार मतलब मां-भाई व अन्य सदस्य दूसरे घर में रहते हैं। इस दर्दनाक घटना के बाद राजेंद्र की बुजुर्ग मां भी मौके पर पहुंचीं, लेकिन अत्यधिक उम्र के कारण वह ठीक से बोल पाने और चलने में असमर्थ थीं। पुलिस ने क्षेत्र की नाकेबंदी कर दी है और आरोपी को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने की कोशिशें जारी हैं। वाराणसी में इस तरह की जघन्य घटना ने लोगों में भय और गुस्से का माहौल पैदा कर दिया है।
किरायेदारों के अनुसार सोमवार को आधी रात के बाद जब राजेंद्र गुप्ता अपने कमरे में अंधाधुंध फायरिंग कर रहा था, तो लोगों ने गोलियों की आवाज सुनी सनुी थी लेकिन उन्हें लगा पटाखे फोड़े जा रहे हैं। सुबह जब काफी देर तक राजेंद्र के परिवार के लोग नहीं उठे, तब किरायेदार उनके कमरे में झांकने गए। जहां चारों की लाश पड़ी मिली।
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