
घर, जो बच्चों के लिए सबसे सुरक्षित जगह माना जाता है, वहीं एक मासूम बच्ची की दुनिया एक पल में उजड़ गई। वाराणसी के चौबेपुर थाना क्षेत्र से सामने आया यह मामला हर किसी को झकझोर देने वाला है, जहां एक दंपत्ति ने कथित तौर पर सामूहिक आत्महत्या कर ली। इस दर्दनाक घटना का खुलासा तब हुआ, जब स्कूल से लौटी छह साल की बेटी ने अपने माता-पिता को फांसी के फंदे पर लटका हुआ देखा।
घटना चौबेपुर थाना क्षेत्र के रामपुर गांव की है। यहां रहने वाले सनी देवल राजभर (26) और उनकी पत्नी चांदनी राजभर (22) ने घर के भीतर साड़ी के सहारे पंखे से लटककर जान दे दी। दंपत्ति की दो बेटियां हैं। बड़ी बेटी अदिति करीब छह साल की है, जबकि छोटी बेटी काजल तीन साल की है।
बताया गया कि अदिति जब स्कूल से घर लौटी तो उसने देखा कि घर का दरवाजा खुला हुआ है। अंदर जाकर जैसे ही उसकी नजर ऊपर पड़ी, उसके होश उड़ गए। माता-पिता पंखे से लटके हुए थे। बच्ची घबराकर बाहर निकली और जोर-जोर से चीखने लगी।
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बच्ची की चीख-पुकार सुनकर आसपास के लोग और परिवार के सदस्य मौके पर पहुंचे। आनन-फानन में चचेरे भाई ने चाकू से फंदा काटकर दोनों को नीचे उतारा। पास के अस्पताल से डॉक्टर को बुलाया गया, लेकिन जांच के बाद डॉक्टरों ने पति-पत्नी दोनों को मृत घोषित कर दिया। इसके बाद पूरे परिवार में कोहराम मच गया।
घटना की सूचना मिलते ही चौबेपुर पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने दोनों शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया और जांच शुरू कर दी। चौबेपुर प्रभारी निरीक्षक अजीत कुमार वर्मा के अनुसार, प्रथम दृष्टया मामला एक साथ फांसी लगाकर आत्महत्या करने का प्रतीत हो रहा है, लेकिन घर का दरवाजा खुला मिलने जैसी परिस्थितियों को देखते हुए सभी पहलुओं पर जांच की जा रही है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही स्थिति पूरी तरह साफ हो सकेगी।
मृतक सनी देवल के पिता शिवकुमार राजभर ने बताया कि उनका बेटा चाट-फुल्की की फास्ट फूड की दुकान लगाता था। परिवार पर किसी तरह का कर्ज या आपसी विवाद भी नहीं था। उन्होंने कहा कि आखिर किन हालात में बेटे और बहू ने यह कदम उठाया, यह समझ से परे है।
इस घटना के बाद परिवार में मातम पसरा हुआ है। सनी देवल की मां तीजा देवी का रो-रोकर बुरा हाल है। वहीं, छह साल की अदिति और तीन साल की काजल अचानक अपने माता-पिता को खोने के सदमे में हैं। पूरे गांव में इस घटना को लेकर शोक और सन्नाटा पसरा हुआ है।
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Disclaimer: आत्महत्या किसी समस्या का हल नहीं है। अगर आपके मन में भी सुसाइड या खुद को चोट पहुंचाने जैसे ख्याल आ रहे हैं तो आप फौरन घर-परिवार, दोस्तों और साइकेट्रिस्ट की मदद ले सकते हैं। इसके अलावा आप इन हेल्पलाइन नंबरों पर कॉल करके भी मदद मांग सकते हैं। आसरा (मुंबई) 022-27546669, सुमैत्री (दिल्ली) 011-23389090, रोशनी (हैदराबाद) 040-66202000, लाइफलाइन 033-64643267 (कोलकाता)। स्पंदन (मध्य प्रदेश) 9630899002, 7389366696, संजीवनी: 0761-2626622, TeleMANAS 1-8008914416/14416, जीवन आधार: 1800-233-1250. मानसिक तनाव होने पर काउंसलिंग के लिए हेल्पलाइन नंबर 14416 और 1800 8914416 पर संपर्क कर घर बैठे मदद पा सकते हैं।
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