
वाराणसी। प्रदेश में कथित कोडीन युक्त कफ सिरप के बढ़ते मामलों ने सियासत से लेकर सड़कों तक हलचल मचा दी है। एक तरफ राजनीतिक दल एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप में जुटे हैं, तो दूसरी ओर छात्र संगठनों ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। वाराणसी में इस मामले को लेकर छात्रों ने शांतिपूर्ण लेकिन प्रतीकात्मक विरोध दर्ज कराते हुए आरोपियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की।
कफ सिरप मामले में वाराणसी पुलिस ने मुख्य आरोपी शुभम जायसवाल सहित चार लोगों के खिलाफ लुक आउट नोटिस जारी किया है। पुलिस का कहना है कि आरोपी देश से बाहर है और उसकी तलाश जारी है। वहीं विपक्षी दल और छात्र संगठन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से आरोपियों के खिलाफ बुलडोजर जैसी सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
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इस पूरे मामले को लेकर महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ विश्वविद्यालय में एनएसयूआई के छात्रों ने गांधीवादी तरीके से विरोध प्रदर्शन किया। गांधी जी की प्रतिमा के पास छात्रों ने मुँह पर काली पट्टी बांधकर सरकार के खिलाफ अपना विरोध दर्ज कराया। प्रदर्शन के दौरान छात्रों ने आरोप लगाया कि पुलिस अब तक मुख्य आरोपी को गिरफ्तार करने में नाकाम रही है।
एनएसयूआई कार्यकर्ताओं का कहना है कि मुख्य आरोपी शुभम जायसवाल विदेश में बैठकर लगातार वीडियो जारी कर रहा है और पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। छात्रों ने सवाल उठाया कि इतने बड़े मामले के बावजूद आरोपी पर प्रभावी कार्रवाई क्यों नहीं हो पा रही है।
एनएसयूआई प्रदेश अध्यक्ष ऋषभ पाण्डेय ने प्रदेश सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि इतना गंभीर मामला सामने आने के बावजूद अब तक आरोपी के खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि जिस “बाबा के बुलडोजर” की चर्चा होती है, वह अब तक आरोपी के घर तक नहीं पहुंचा है।
ऋषभ पाण्डेय ने यह भी आरोप लगाया कि मध्य प्रदेश में इस मामले से जुड़े कथित तौर पर जिन नवजवान छात्रों की मौत हुई, उन्हें अब तक न्याय नहीं मिला है। उन्होंने चेतावनी दी कि जब तक दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई और कड़ी सजा नहीं दी जाती, तब तक एनएसयूआई लोकतांत्रिक और शांतिपूर्ण तरीके से अपना विरोध जारी रखेगी।
प्रदर्शन के दौरान छात्रों ने सरकार से मामले की निष्पक्ष जांच, मुख्य आरोपी की जल्द गिरफ्तारी और सभी दोषियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की मांग की। उनका कहना है कि अगर समय रहते ठोस कदम नहीं उठाए गए, तो यह मुद्दा और व्यापक आंदोलन का रूप ले सकता है।
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