शूटआउट इन यूपी: 6 साल में 63 को किया ढेर...योगी की पुलिस ने 10 हजार से अधिक का किया एनकाउंटर

योगी सरकार द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के हिसाब से एनकाउंटर की संख्या के मामले में मेरठ 2017 के बाद से सबसे अधिक 3152 मुठभेड़ों के साथ राज्य में शीर्ष पर है।

Dheerendra Gopal | Published : Mar 16, 2023 6:27 PM IST

Shootout in UP: योगी आदित्यनाथ सरकार के दूसरे कार्यकाल का एक साल पूरा हो चुका है। छह साल में यूपी में दस हजार से अधिक एनकाउंटर्स उत्तर प्रदेश की पुलिस ने की है। इसमें 63 अपराधियों को ढेर किए जाने का दावा किया गया है। यूपी सरकार ने क्राइम डेटा जारी कर बताया कि अपराधियों का सफाया करने में एक पुलिसवाला भी शहीद हुआ है। पश्चिमी यूपी का मेरठ, एनकाउंटर्स के मामले में अव्वल रहा।

मेरठ एनकाउंटर्स में अव्वल

योगी सरकार द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के हिसाब से एनकाउंटर की संख्या के मामले में मेरठ 2017 के बाद से सबसे अधिक 3152 मुठभेड़ों के साथ राज्य में शीर्ष पर है। इसमें 63 अपराधी मारे गए और 1708 अपराधी घायल हुए। पुलिस एनकाउंटर्स के दौरान एक जांबाज पुलिसकर्मी भी शहीद हो गया जबकि 401 पुलिसकर्मी घायल हो गये। यूपी पुलिस की कार्रवाई के दौरान कुल 5,967 अपराधियों को पकड़ा गया है।

राज्य में दस हजार से अधिक एनकाउंटर

राज्य सरकार ने बताया कि यूपी पुलिस ने 2017 के बाद से 10713 एनकाउंटर किया। इनमें 3152 एनकाउंटर्स मेरठ पुलिस ने किया। आगरा पुलिस ने 1844 मुठभेड़ों को अंजाम दिया जिसमें 4654 अपराधियों को गिरफ्तार किया गया जबकि 14 खूंखार अपराधी मारे गए और 55 पुलिस वाले घायल हुए। बरेली में 1497 मुठभेड़ हुई जिसमें 3410 अपराधियों को गिरफ्तार किया गया जबकि 7 की मौत हो गई। बरेली में मुठभेड़ के दौरान 437 अपराधी घायल हुए। इन अभियानों में 296 बहादुर पुलिस कर्मी घायल हुए जबकि 1 शहीद हो गया।

योगी सरकार का दावा-राज्य में कानून-व्यवस्था सुधार प्राथमिकता

राज्य सरकार ने एनकाउंटर्स डेटा जारी करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जैसे ही राज्य की बागडोर संभाली, राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति में सुधार करना उनकी प्राथमिकता बन गई। योगी सरकार ने माफिया और अपराधियों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई और राज्य को मजबूत करने के लिए ऐसे तत्वों पर कार्रवाई तेज कर दी।

ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में पीएम और शाह ने की थी तारीफ

ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट-2023 के दौरान लखनऊ में पीएम नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह समेत दिग्गज नेताओं और निवेशकों ने यूपी की कानून व्यवस्था की तारीफ की थी। यूपी पुलिस ने अपराध पर अंकुश लगाने और अपराधियों पर नकेल कसने के लिए योजनाबद्ध और चरणबद्ध तरीके से काम किया और मुठभेड़ सबसे बड़ी रणनीति थी।

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