
गोरखपुर। नए वर्ष में गोरखपुर में सड़क और फ्लाईओवर का एक आधुनिक और मजबूत नेटवर्क दिखाई देगा। मार्च 2026 तक फोरलेन सड़कों से जुड़ी पांच प्रमुख परियोजनाएं पूरी हो जाएंगी, वहीं इसी अवधि में चार ओवरब्रिज और फ्लाईओवर भी बनकर तैयार हो जाएंगे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की लगातार मॉनिटरिंग और समीक्षा से इन निर्माण कार्यों में तेज़ी आई है।
अगले तीन से साढ़े तीन महीनों में पूरी होने वाली फोरलेन सड़कों और फ्लाईओवर परियोजनाओं से गोरखपुर का आंतरिक और बाह्य यातायात काफी सुगम हो जाएगा। इन परियोजनाओं के पूरा होने से शहर में जाम की समस्या कम होगी और आवागमन तेज़ व सुरक्षित बनेगा।
देवरिया बाईपास रोड फोरलेन में तब्दील होने वाली पहली परियोजना होगी।
इसके पूरा होने से शहर के बाहरी ट्रैफिक को बड़ी राहत मिलेगी।
पैडलेगंज से फिराक गोरखपुरी चौक होते हुए बेतियाहाता चौराहे तक 1.80 किमी लंबी सड़क को फोरलेन बनाया जा रहा है।
यह सड़क शहर के व्यस्त इलाकों में ट्रैफिक को आसान बनाएगी।
भटहट से बांसस्थान मार्ग को 11.60 किमी लंबाई में फोरलेन किया जा रहा है।
इसके बन जाने से आयुष विश्वविद्यालय आने-जाने वालों की यात्रा काफी सुविधाजनक हो जाएगी।
नौसढ़ से पैडलेगंज तक की सड़क गोरखपुर की पहली सड़क होगी, जिसे सिक्सलेन में बदला जा रहा है।
जिला जेल बाईपास भी होगा फोरलेन
जिला जेल बाईपास मार्ग को भी फोरलेन में चौड़ा और सुदृढ़ किया जा रहा है।
प्रमुख फ्लाईओवर व ओवरब्रिज परियोजनाएं
लागत: 152.19 करोड़ | लक्ष्य: जनवरी 2026 | प्रगति: 97%+
लागत: 49.22 करोड़ | लक्ष्य: फरवरी 2026 | प्रगति: 98%
लागत: 96.50 करोड़ | लक्ष्य: जनवरी 2026 | प्रगति: 98.84%
लागत: 429.49 करोड़ | लक्ष्य: जनवरी 2026 | प्रगति: लगभग 80%
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