रक्षा विभागों के 27 ऑफिसों को इन दो बिल्डिंगो में ट्रांसफर किया गया है। इन दोनों बिल्डिंगों को बनाने में 700 करोड़ रुपए की लागत आई है। एक ही स्थान पर ये ऑफिस होने से कर्मचारियों को सुविधा होगी, वहीं गोपनीयता भी बरकरार रहेगी।
बिजनेस डेस्क । पीएम नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को दो रक्षा कार्यालय परिसरों का इनाग्रेशन किया है। नवनिर्मित रक्षा कार्यालय परिसर दिल्ली के कस्तूरबा गांधी मार्ग और अफ्रीका एवेन्यू में हैं। इन कार्यालयों में तकरीबन 7 हजार कर्मचारी काम करेंगे। हल्की बारिश के बीच पीएम मोदी रेनकोट पहनकर यहां पहुंचे।
आधुनिक सुविधाओं से लैस हैं बिल्डिंग
दो रक्षा कार्यालय परिसरों में 1500 कारों की पार्किंग की सुविधा होगी। इस डिफेंस कार्यालय में हर तरह की नवीनतम सुविधाएं होगी। रक्षा विभागों के 27 ऑफिसों को इन दो बिल्डिंगों में ट्रांसफर किया गया है। इन दोनों बिल्डिंगों को बनाने में 700 करोड़ रुपए की लागत आई है। एक ही स्थान पर ये ऑफिस होने से कर्मचारियों को सुविधा होगी, वहीं गोपनीयता भी बरकरार रहेगी।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह रहे मौजूद
उद्घाटन कार्यक्रम में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, आवास और शहरी कार्य मंत्री हरदीप सिंह पुरी, रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट, आवास और शहरी कार्य राज्य मंत्री कौशल किशोर, प्रमुख रक्षा अध्यक्ष जनरल विपिन रावत (सीडीएस) और सशस्त्र बलों के प्रमुख शामिल रहे। वहीं पीएम मोदी ने सेंट्रल विस्टा की वेबसाइट भी लांन्च की है।
वेबसाइट पर उपलब्ध कराई गई जानकारी
सेंट्रल विस्टा की वेबसाइट में इसके निर्माण संबंधी जानकारी शेयर की गई है। वहीं संसद भवन के निर्माण के इतिहास की जानकारी मय फोटो के उपलब्ध कराई गई है। संसद भवन के निर्माण के संयोजन समिति में शामिल चैयरमैन समेत इसमें कौन सदस्य शामिल होंगे इसकी जानकारी शेयर की गई है। इस वेबसाइट पर इस प्रोजेक्ट को संभाल रहे सीनियर आर्किटेक्ट की जानकारी मौजूद है। वहीं इस प्रोजेक्ट में शामिल होने के एक फार्म भी दिया गया है। जिसमें आर्किटेक्ट प्रोजेक्ट में जुड़ने के लिए अप्लाई कर सकते हैं।
राष्ट्रपति भवन समेत 20 बिल्डिंग प्रोजेक्ट में हैं शामिल
वेबसाइट में राष्ट्रपति भवन समेत 20बिल्डिंग को इस प्रोजेक्ट में शामिल होने की जानकारी दी गई है। EXTENT में इस भवन का नक्शा दर्शाया गया है। लैंडस्केप में एक बड़ा मैप दर्शाया गया है जो सेंट्रल विस्टा के पूरे प्रोजेक्ट को मैप के माध्यम से शो करता है।
वेबसाइट पर HISTORY, COMPOSITION, ARCHIVES, EXTENT, COMPONENTS,LANDSCAPE, REGISTRATION,LOGIN, CONTACT US, FEEDBACK, APPROVED PROJECTS के तहत अलग-अलग कॉलम में जानकारी दी गई है।