हैकर ने ग्रॉसरी कंपनी बिग बास्केट के 2 करोड़ यूजर्स का डेटा चुराया, डार्क वेब पर बेचने का किया दावा

डेटा लीक की एक बड़ी घटना सामने आई है। हैकर ने ग्रॉसरी ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म (Grocery E-Commerce Platform) बिग बास्केट  (Bigbasket) के 2 करोड़ यूजर्स का पर्सनल डेटा चुरा लिया है। साइबर इंटेलिजेंस कंपनी Cyble ने अपनी रूटीन वेब मॉनिटरिंग में इस डेटा चोरी का पता लगाया है।
 

Asianet News Hindi | Published : Nov 9, 2020 7:47 AM IST

टेक डेस्क। डेटा लीक की एक बड़ी घटना सामने आई है। हैकर ने ग्रॉसरी ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म (Grocery E-Commerce Platform) बिग बास्केट (Bigbasket) के 2 करोड़ यूजर्स का पर्सनल डेटा चुरा लिया है। साइबर इंटेलिजेंस कंपनी Cyble ने अपनी रूटीन वेब मॉनिटरिंग में इस डेटा चोरी का पता लगाया है। इस डेटा बेस की फाइल करीब 15 GB की है। साइबर इंटेलिजेंस कंपनी Cyble के मुताबिक, हैकर ने इस डेटा को 40 हजार डॉलर (करीब 29.5 लाख रुपए) में बेचने के लिए डार्क वेब (Dark Web) पर डाल दिया है। डेटा लीक की इस घटना का पता लगने पर बिग बास्केट ने बेंगलुरु में साइबर क्राइम सेल में शिकयत दर्ज कराई है। 

लीक डेटा में पासवर्ड भी 
Cyble की रिपोर्ट के मुताबिक, लीक डेटा में यूजर्स के नाम, ईमेल, पासवर्ड हैश, मोबाइल नंबर, ऐड्रेस, डेट ऑफ बर्थ, लोकेशन और लॉग-इन का IP ऐड्रेस भी शामिल है। Cyble ने चुराए गए डेटा में OTP का भी जिक्र किया है, जो यूजर्स को एसएमएस के जरिए मिलता है और यह हर बार बदलता रहता है। Cyble ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि डेटा की चोरी 30 अक्टूबर 2020 को हुई, जिसके बारे में कंपनी के मैनेजमेंट को जानकारी दे दी गई है।

यूजर्स की फाइनेंशियल डिटेल है सुरक्षित
डेटा चोरी की इस घटना पर बिग बास्केट के मैनेजमेंट का कहना है कि उन्हें कुछ दिन पहले इसके बारे में पता चला है और वे साइबर सिक्युरिटी एक्सपर्ट्स के साथ मिल कर इसके बारे में डिटेल्स का पता कर रहे हैं। बिग बास्केट के मैनेजमेंट का कहना है कि उन्होंने साइबर सेल में शिकायत दर्ज कराई है। कंपनी का कहना है कि यूजर्स के डेटा की सिक्युरिटी हमारी सबसे बड़ी जिम्मेदारी है और कंपनी यूजर्स के फाइनेंशियल डेटा जैसे क्रेडिट कार्ड नंबर को अपने पास नहीं रखती। बिग बास्केट के मैनेजमेंट का कहना है कि कस्टमर्स का फाइनेंशियल डेटा पूरी तरह सुरक्षित है। 

बिग बास्केट में कई कंपनियों ने किया है निवेश
बिग बास्केट में चीन की कंपनी अलीबाबा (Alibaba), मिराय एसेट-नेवर एशिया ग्रोथ फंड ( Mirae Asset-Naver Asia Growth Fund) और ब्रिटिश सरकार के CDC ग्रुप ने भी निवेश किया है। बिग बास्केट 350-400 मिलियन डॉलर की पूंजी जुटाने की कोशिश में लगी है। इसके लिए कंपनी सिंगापुर सरकार के टेमासेक होल्डिंग्स (Temasek Holdings), अमेरिकन फिडेलिटी (American Fidelity) और टाइबोर्न कैपिटल (Tybourne Capital) के साथ फंडिंग की बात चला रही है। 
 

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