Elon Musk Twitter Deal Financing: 44 अरब डॉलर के ट्विटर सौदे को पूरा करने के लिए एलन मस्क ने ज्यादा से ज्यादा कैश रकम लगाई है। इस ट्विटर डील के लिए एलन ने करीबन 27 अरब डॉलर की रकम कैश दी है। इसके अलावा बाकी के पैसों का इंतजाम उन्होंने लोन और इन्वेस्टमेंट के जरिए किया।
टेक न्यूज. Elon Musk Twitter Deal: अगर हम आपसे कहें कि माइक्रो ब्लॉगिंग साइट ट्विटर खरीदने के लिए दुनिया के सबसे अमीर शख्स को भी कर्जा लेना पड़ा तो आप चौंक जाएंगे न? पर यही सच है। जी हां, टेस्ला के सीईओ एलन मस्क ने आखिरकार ट्विटर को टेकओवर कर लिया है। इस डील को पूरा करने के लिए मस्क को 44 अरब डॉलर का भुगतान करना पड़ा। इस खबर में हम आपको बताएंगे कि यह पूरा पैसा मस्क ने कहां से अरेंज किया।
सबसे ज्यादा पैसा कैश में दिया
- सबसे पहले तो यह जान लें कि एलन मस्क ने इस सौदे के लिए ज्यादा से ज्यादा कैश रकम लगाई है।
- इस ट्विटर डील के लिए एलन ने करीबन 27 अरब डॉलर की रकम कैश दी है।
- इसके अलावा बाकी के पैसों का इंतजाम उन्होंने लोन और इन्वेस्टमेंट के जरिए किया।
- मस्क ने पहले अप्रैल और फिर अगस्त में यानी दो बार टेस्ला के शेयर बेचे और वहां से मिली कुल 15.5 अरब डॉलर की रकम इस ट्विटर सौदे के लिए लगाई।
6 जगहों से लिया 13 अरब डॉलर का लोन
इस ट्विटर डील के लिए मस्क को बैंक से लोन (कर्ज) भी लेना पड़ा। इसके लिए उन्होंने 13 अरब डॉलर की रकम
लोन के रूप में ली। इस ट्विटर डील के लिए उन्हें जिन बैंकों ने कर्ज दिया उनके नाम हैं...
- बैंक ऑफ अमेरिका
- बार्कलेज
- मॉर्गन स्टेनली
- बीएनपी पारिबा
- सोसायटी जनरल
- मित्सुबिशी यूएफजे फाइनेंशल ग्रुप
कतर इंवेस्टमेंट अथॉरिटी को मिलेंगे शेयर
बता दें कि मॉर्गन स्टेनली ने खुद इस डील में 3.5 अरब डॉलर लगाए हैं। मजेदार बात तो यह है कि इस लोन के लिए गारंटी ट्विटर ने दी है क्योंकि इसकी लायबिलिटी ट्विटर पर है। इसके अलावा कतर इंवेस्टमेंट अथॉरिटी ने भी ट्विटर डील के लिए अपना योगदान किया है और इस निवेश के बदले उसे ट्विटर के शेयर मिलेंगे। ऑरेकल के को-फाउंडर लैरी इलिसन ने भी ट्विटर सौदे के लिए 1 अरब डॉलर का निवेश करने की बात कही है।
कम्पन्सेशन के तौर पर पराग अग्रवाल को दिए 42 मिलियन डॉलर
अब जब मस्क ने ट्विटर को टेक ओवर कर लिया है तो उन्होंने सबसे पहले भारतीय मूल के सीईओ पराग अग्रवाल, हेड फाइनेंस ऑफिसर नेड सेगल, कंपनी के लीगल हेड विजया गड्डे और कुछ अन्य कर्मचारियों को बर्खास्त किया। सूत्रों की मानें तो कम्पन्सेशन के तौर पर पराग अग्रवाल को 42 मिलियन डॉलर और विजया गड्डे को 12.5 मिलियन डॉलर दिए गए हैं। इसी तरह बाकियों को भी कम्पन्सेशन अमाउंट दिया गया।
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