जब प्लेन में मोबाइल फोन फ्लाइट मोड में होता है तो उससे इंटरनेट कैसे चलाया जा सकता है? क्या प्लेन में फ्लाइट मोड हटाने से किसी तरह की समस्या हो सकती है? नेपाल प्लेन क्रैश का लाइव वीडियो वायरल होने के बाद इस तरह के सवाल उठ रहे हैं।
टेक डेस्क : 15 जनवरी, 2023 को नेपाल में हुए प्लेन हादसे (Nepal Plane Crash) में सभी यात्रियों की मौत हो गई। इस हादसे पीछे की वजह अब तक सामने नहीं आ पाई है। हालांकि अधिकारी इसे तकनीकी समस्या बता रहे हैं। इस बीच सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है। जिसे हादसे से कुछ सेकंड पहले ही लाइव किया गया था। इस वीडियो को लाइव किया था भारत के सोनू जायसवाल नाम के एक पैसेंजर ने। ऐसे में सवाल है कि जब प्लेन में फ्लाइट मोड ऑन रहता है तो फिर इंटरनेट चलाना या वीडियो लाइव करना कैसे पॉसिबल है? कुछ लोग ये भी जानना चाहते हैं कि क्या फ्लाइट में इंटरनेट चलाया जा सकता है? सवाल यह भी कि अगर प्लेन में फ्लाइट मोड हटा दिया जाए तो क्या किसी तरह की समस्या हो सकती है? आइए जानते हैं इन्हीं सवालों का जवाब..
क्या फ्लाइट में चला सकते हैं इंटरनेट
दरअसल, कुछ विमान कंपनियां अपनी फ्लाइट में Inflight WiFi सर्विस देती हैं। इसकी मदद से सोशल मीडिया चेक करना, ब्राउजिंग या ऑनलाइन देख सकते हैं। हालांकि, नेपाल में जो प्लेन क्रैश हुआ है, उसमें इंटरनेट सर्विस थी या नहीं इसकी जानकारी सामने नहीं आई है।
फ्लाइट में इंटरनेट न हो तो एक्सेस कैसे मिलता है
अब सवाल कि अगर फ्लाइट के अंदर इंटरनेट ना हो तो फिर इंटरनेट कैसे एक्सेस कर सकते हैं? दरअसल, फ्लाइट में इंटरनेट ना इस्तेमाल करने के निर्देश पहले ही दिए जाते हैं। यात्रियों से सफर के दौरान फोन को फ्लाइट मोड में डालने को कहा जाता है। लेकिन नेपाल प्लेन क्रैश से पहले का जो वीडियो वायरल हुआ है, उसमें साफ-साफ दिख रहा है कि प्लेन धरती के काफी नजदीक था। लैंड करने ही वाला था। ऐसे में माना जा रहा है कि हो सकता है कि मोबाइल में इंटरनेट सिग्नल मिल गया हो और पैसेंजर फेसबुक लाइव कर दिया हो।
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