हर कंपनी में इस्तेमाल होने वाला Software आखिर कैसे बन रहा ऑनलाइन फ्रॉड का 'हथियार'? RBI भी कर चुका है सावधान

देश में आए दिन ऑनलाइन ठगी के मामले आए दिन सामने आ रहे हैं। साइबर ठग अलग-अलग चीजों को अपना हथियार बना रहे हैं। इनकी मदद से वे आपके अकाउंट का पलक झपकते ही खाली कर दे रहे हैं। इसी वजह से Anydesk App एक बार फिर चर्चा में आ गया है।

Satyam Bhardwaj | Published : Jan 17, 2023 9:06 AM IST

टेक डेस्क : महाराष्ट्र के ठाणे (Thane) में कथित तौर पर एक शख्स से ऑनलाइन ठगी के बाद एक बार फिर Anydesk App चर्चा में आ गया है। एनीडेस्क एप के माध्यम से पीड़ित से 5 लाख की ठगी होने के बाद एक बार फिर इस ऐप से अलर्ट रहने की बात कही जाने लगी है। लेकिन सबसे बड़ा सवाल कि जिस सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल आईटी सेक्टर की सर्विस में काम करने वाले सिस्टम में आई खराबी को दूर करने के लिए करते हैं, आखिर वह ऑनलाइन फ्रॉड (Online Fraud) करने वालों का हथियार कैसे बन गया? आइए जानते हैं..

Anydesk App क्या है
सबसे पहले बात यह ऐप क्या है? एनीडेस्क ऐप एक रिमोट ऐप्लीकेशन सॉफ्टवेयर है। जिसकी मदद से दूसरों के स्मार्टफोन्स (smartphones) टीवी या सिस्मट को कंट्रोल किया जा सकता है। इसके लिए आईडी पासवर्ड की आवश्यकता पड़ती है। लेकिन सलाह दी जाती है कि किसी अनजान के कहने पर इस ऐप को डाउनलोड करने या पासवर्ड डालने से बचना चाहिए।

Anydesk App कैसे बना ऑनलाइन फ्रॉड का हथियार
आजकल साइबर ठग ऑनलाइन ठगी के लिए ज्यादातर स्क्रीन शेयरिंग साफ्टवेयर का इस्तेमाल कर रहे हैं। इसके जरिए दूर बैठा कोई भी शख्स आपके मोबाइल या लैपटॉप को अपने इशारे पर ऑपरेट कर सकता है। ऑनलाइन ठगी करने वाले एनीडेस्क सॉफ्टवेयर का ज्यादा यूज कर रहे हैं। यह स्क्रीन शेयरिंग की सुविधा उपलब्ध कराता है। जबकि, आइटी सर्विस देने वाले इसका यूज सिस्टम में आई खराबी को दूर करने के लिए करते हैं। 

Anydesk App से कैसे फ्रॉड करते हैं साइबर ठग
साइबर ठग ऑनलाइन ठगी के लिए सबसे पहले शापिंग कंपनियों के नाम पर फर्जी वेबसाइट बनाते हैं और इन पर हेल्पलाइन नंबर डाल देते हैं। गूगल पर भी ये ठग कस्टमर केयर के नाम से फर्जी नंबर लिस्टिंग में इन्हें टॉप पर ला देते है। इसके बाद कस्टमर केयर किसी समस्या को दूर करने के लिए जब किसी कस्टमर से संपर्क करते है तो वह कॉल साइबर ठगों के पास चला जाता है। इसके बाद साइबर ठग मोबाइल में एनीडेस्क एप को डाउनलोड करवाते हैं और उसका 9 डिजिट वाला कोड ले लेते हैं। 

इस तरह साइबर ठग खाली करते हैं बैंक अकाउंट
इसके बाद ऐप पर परमिशन मांगी जाती है। जैसे ही आप उस परमिशन को अप्रूव करते है आपके फोन का रिमोट एक्सेस हैकर को मिल जाता है। अब आपके मोबाइल को वे अपने हिसाब से चलाते हैं। मोबाइल में मौजूद बैंकिंग ऐप से आपका सारा पैसा गायब कर अकाउंट खाली कर देते हैं। 

Anydesk App पर फ्रॉड से बचने क्या करना चाहिए
अगर आप एनीडेस्क एप पर फ्रॉड से बचना चाहते हैं तो सबसे जरूरी है कि कभी भी गूगल के माध्यम से कस्टमर केयर का नंबर नहीं देखें। इसके लिए कंपनी की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर ही कस्टमर केयर को कॉल करें। एनीडेस्क जैसे किसी एप का एक्सेस भूलकर भी किसी को ना दे।

Anydesk App को लेकर RBI की गाइडलाइन
एनीडेस्क ऐप को लेकर भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) भी कई बार इससे बचने की सलाह देता रहता है। आरबीआई के मुताबिक, प्लेस्टोर और ऐपस्टोर पर मौजूद एनीडेस्क ऐप को किसी की सलाह पर भी डाउनलोड नहीं करें। यह ऐप आपके बैंक अकाउंट और वॉलेट को पलक झपकते ही खाली कर सकता है।

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