सावधान ! जरा सी चूक और हैक हो जाएगा आपका सिस्टम, भूलकर भी न करें ऐसी गलती

Published : Jul 30, 2024, 11:43 AM ISTUpdated : Jul 30, 2024, 12:04 PM IST
cyber crime

सार

माइक्रोसॉफ्ट आउटेज के बाद अब साइबर ठग CrowdStrike यूजर्स को निशाना बना रहे हैं। साइबर अटैकर खुद को क्राउडस्ट्राइक का सपोर्ट स्टाफ बताकर यूजर्स को अपने जाल में फंसा रहे हैं। 

टेक डेस्क : माइक्रोसॉफ्ट आउटेज के बाद अब यूजर्स के सामने नई मुसीबत आ गई है। माइक्रोसॉफ्ट में हुई गड़बड़ी का फायदा उठाकर क्राउडस्ट्राइक यूजर्स को 'फिशिंग' के जरिए निशाना बना रहे हैं। भारतीय साइबर सुरक्षा एजेंसी ने आगाह करते हुए कहा है कि साइबर अटैकर चकमा देने के लिए खुद को क्राउडस्ट्राइक सपोर्ट स्टाफ बता रहे हैं, जिनसे सावधान रहें। बता दें कि क्राउडस्ट्राइक थर्ड पार्टी सॉफ्टवेयर कंपनी है, जो साइबर सिक्योरिटी देती है। क्राउडस्ट्राइक फॉल्कन सेंसर सॉफ्टवेयर को अपडेट करते समय ही एरर आने से 19 जुलाई को माइक्रोसॉफ्ट विंडोज सिस्टम में गड़बड़ी आ गई थी।

लीक हो सकता है डेटा

CERT ने शनिवार को जारी अलर्ट में कहा, 'यूजर्स के सिस्टम में मैलवेयर इंस्टाल करने का लालच देकर उनका डेटा लीक किया जा सकता है. इससे सिस्टम क्रैश भी हो सकता है, इसलिए सावधान रहने की जरुरत है। सीईआरटी.इन ने बताया कि माइक्रोसॉफ्ट आउटेज का फायदा उठाते हुए क्राउडस्ट्राइक यूजर्स को टारगेट करने के लिए 'फिशिंग कैंपेन' चलाया जा रहा है। यूजर्स को फिशिंग ईमेल भेजे जा रहे हैं। साइबर क्रिमिनल्स यूजर्स को 'रिकवरी टूल' बताकर 'ट्रोजन' मैलवेयर भी इंस्टाल करवा रहे हैं।

किस तरह हो रहा फ्रॉड

सीईआरटी की तरफ से बताया गया कि साइबर क्रिमिनल्स डेटा चोरी करने और कंप्यूटर नेटवर्क को नुकसान पहुंचाने के लिए इस तरह का जाल फैला रहे हैं। इस तरह के फिशिंग हमले में साइबर ठग यूजर्स के नाम, पासवर्ड, क्रेडिट कार्ड नंबर, बैंक अकाउंट और बाकी डिटेल्स चुरा सकते हैं। इसके लिए वे फर्जी ईमेल, टेक्स्ट मैसेज या फोन कॉल की मदद ले सकते हैं। साइबर अपराधी टॉप लेवल के आधिकारिक नाम और पहचान का भी दुरुपयोग कर लोगों को जाल में फंसा रहे हैं। सीईआरटी की सलाह दी है कि ऑफिशियल वेबसाइट से ही साफ्टवेयर पैच अपडेट करें। किसी भी संदिग्ध फोन नंबर्स से सावधानी बरतें।

किसी लिंक पर क्लिक न करें

साइबर ठग पहचान छिपाने के लिए टेक्स्ट या ईमेल के जरिए यूजर्स को फंसा रहे हैं, इसलिए किसी भी लिंक पर क्लिक न करें। उन्ही URL पर क्लिक करें, जिनकी वेबसाइट डोमेन सेफ ब्राउजिंग की परमिशन देता है। फिल्टरिंगग टूल की मदद भी ले सकते हैं।

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