गोरिल्ला ग्लास फोन को 6 फीट की ऊंचाई से गिरकर टूटने और खरोंच लगने से बचाएगा। मतलब अगर आपका फोन 6 फीट की ऊंचाई से नीचे गिर जाता है, फिर भी टूटने की गुंजाइश नहीं रहेगी, साथ ही कोई खरोंच भी नहीं लगेगी।
टेक डेस्क. मोबाइल फोन की दुनिया में रोज नए-नए परिवर्तन देखने को मिलते ही रहते हैं। लेकिन इन सब के बीच जो सबसे बड़ी बेचैनी लोगों के मन में रहती है वह है मोबाइल फोन्स को टूटने से बचाने की। मोबाइल फोन गिरने के उसकी स्क्रीन टूटने के बाद मोबाइल फोन पूरी तरह से खराब हो जाता था उसकी रिपेयरिंग में भी काफी पैसा खर्च होता था। अब इसी का साल्यूशन निकालने के लिए देश में गोरिल्ला ग्लास विक्टस का प्रयोग मोबाइल स्क्रीन के लिए किया जाएगा। गोरिल्ला ग्लास फोन को 6 फीट की ऊंचाई से गिरकर टूटने और खरोंच लगने से बचाएगा। मतलब अगर आपका फोन 6 फीट की ऊंचाई से नीचे गिर जाता है, फिर भी टूटने की गुंजाइश नहीं रहेगी, साथ ही कोई खरोंच भी नहीं लगेगी।
गोरिल्ला ग्लास जल्द ही आपको सैमसंग और आईफोन के प्रीमियम स्मार्टफोन में देखने को मिल जाएगा। गोरिल्ला ग्लास विक्टस फोन को 6 फीट की ऊंचाई से गिरकर टूटने और खरोंच लगने से बचाएगा। कंपनी की मानें, तो गोरिल्ला ग्लास 6 के मुकाबले गोरिल्ला ग्लास विकटस दोगुना ज्यादा स्क्रैच प्रोटेक्शन देता है। साथ ही बाकी ग्लास के मुकाबले 6 गुना स्क्रैन प्रोटेक्शन मुहैया कराता है।
क्या होता है गोरिल्ला ग्लास
गोरिल्ला ग्लास एक तरह का कांच का ग्लास होता है, जो एल्यूमिनियम सिलिकॉन और ऑक्सीकन को मिलाकर बनाती है। इस प्रासेस को ऑयन एक्सचेंज प्रासेस कहते हैं। यह एक रासायनिक प्रक्रिया होती है। इस प्रासेस में कांच को ज्यादा मजबूती दी जाती है। गोरिल्ला ग्लास बाकी कांच के मुकाबले हल्का, ज्यादा मजबूत और पतला होता है। गोरिल्ला ग्लास की मालिकाना हक वाली कॉर्निंग इंक है। गोरिल्ला ग्लास स्मार्टफोन के रिपर पैनल और डिस्पले को बचाता है। गोरिल्ला ग्लास को आमतौर पर हम स्मार्टफोन में इस्तेमाल किया जाता है। गोरिल्ला ग्लास का इस्तेमाल सबसे पहले एप्पल कंपनी ने किया था। इसके बाद बाकी कंपनियां भी इसके इस्तेमाल के तरजीह देती गईं।