
ट्रेंडिंग डेस्क । स्कूली जीवन के अलावा हम सभी ने अपने जीवन में कभी न कभी बॉलपॉइंट पेन का इस्तेमाल तो करते ही हैं। इस मोबाइल के जमाने भी भी पेन की वैल्यू कम नहीं हुई है। ये हमारे स्कूल के दिनों से ही ये पेन हमें अपना साथ देते आ रहे हैं। लेकिन यहां हम एक ऐसे बॉलपॉइंट पेन के बारे में आपको बताने जा रहे हैं, जिसका इश्तेमाल उपयोग आप दैनिक आधार पर नहीं कर सकते हैं। बावजूद इसके आप इस बॉल पॉइंट पेन के बारे में जानना जरुर चाहेंगे।
दुनिया के सबसे बड़े बॉलपॉइंट पेन की लंबाई
गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स ( The Guinness World Records ) ने दुनिया के सबसे बड़े बॉलपॉइंट पेन के क्रिएट किए जाने का ऐलान किया है। यह आपकी सोच से भी परे है। इस कलम की लंबाई 5.5 मीटर (18 फीट, 0.53 इंच) है, इसका वजन 37.23 किलोग्राम है। यह निश्चित रूप से एक आम आदमी के उपयोग के लिए नहीं है। इस अद्भुत कलम को आचार्य मकुनुरी श्रीनिवास ने बनाया हैं।
इसमें कैप्शन दिया गया है, “भारतीय पौराणिक कथाओं के दृश्यों के साथ उकेरा गया यह बॉल-पॉइंट बीहमोथ भारत के आचार्य मकुनुरी श्रीनिवास द्वारा तैयार किया गया है। 9-किलोग्राम (19-lb 13.5-oz) पीतल की कलम 5.5 मीटर (18 फीट 0.53 इंच) लंबी मापी गई - पिछला रिकॉर्ड 1.45 मीटर (4 फीट 9 इंच) का था, इसमें अब ये कलम शामिल की गई है। इसका परीक्षण भारत के हैदराबाद शहर में 24 Apr 2011 को किया गया था।
कलम "एक छोटे धातु के गोले की रोलिंग प्रोसेस द्वारा उपयोग के दौरान अपने सिरे से स्याही कागज पर उकेरता है"। गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स ने अपने इंस्टाग्राम पेज पर इस पेन का एक वीडियो शेयर किया है।
यहां देखें इंस्टाग्राम वीडियो:
कई यूजर्स ने तो पेन पर कमेंट भी किए और उनमें से कुछ ने इसकी उपयोगिता पर सवाल भी उठाए। 24 अप्रैल, 2011 को हैदराबाद में पेन के माप का मूल्यांकन किया गया था। कलम के उपयोग के बारे में एक विस्तारित वीडियो गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स द्वारा YouTube पर साझा किया गया था।
एक उपयोगकर्ता ने महसूस किया कि "इसके लिए आवश्यक कार्य की मात्रा असाधारण है"। एक अन्य यूजर ने हल्के-फुल्के नोट पर कमेंट किया, "क्या यह हल्क के लिए बना है?"
वीडियो में हम ये देख सकते हैं कि पेन का इस्तेमाल करने के लिए कम से कम चार से पांच लोगों की जरूरत होती है। पुरुषों ने कागज के एक टुकड़े पर लिखने के लिए कलम का इस्तेमाल किया। उन्होंने कागज के एक टुकड़े पर एक चेहरा भी बनाया।
एक समय तो लोगों को यह भी आशंका थी कि विशाल कलम दो भागों में बंट सकती है।
यहां देखें यूट्यूब वीडियो:
इस पेन को बनाने वाले आचार्य ने कहा कि जब भी उनकी मां उन्हें लिखने के लिए कलम देती थीं, तो वे कल्पना करते थे कि वह एक अनूठी कलम तैयार करेंगे। उन्होंने बताया कि कलम पीतल से बनी होती है और उस पर नौ प्रकार के नृत्य मुद्राएं और भारतीय संगीत वाद्ययंत्र उकेरे जाते हैं।