फास्ट फूड चेन आउटलेट बर्गर किंग के नोएडा यूनिट से एक शानदार मिसाल पेश की गई है। यह कारनामा वहां के एक कर्मचारी ने पिछले दिनों प्रस्तुत किया, जब दस रुपए लेकर आई एक बच्ची को बर्गर दिया। इसके लिए उसने अपनी जेब से 80 रुपए शेयर किए।
नोएडा। सोशल मीडिया पर एक भावुक कर देने वाला वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें एक बच्ची बर्गर खाना चाहती थी। बर्गर किंग के आउटलेट पर पहुंची। कर्मचारियों ने रेट बताया 90 रुपए, मगर उसने जेब से जो रकम निकाली, उसे देखने के बाद वहां मौजूद लोगों की आंखें नम हो गईं। हालांकि, रकम बच्ची की फरमाइश में आड़े नहीं आई और कर्मचारियों ने शेयरिंग करके उसे बर्गर खिलाया।
दिल को छू लेने वाला और भावुक कर देने वाला यह मामला भारत में नोएडा के बॉटेनिकल गॉर्डन मेट्रो स्टेशन परिसर में स्थित बर्गर किंग आउटलेट का है। यहां एक छोटी बच्ची गई और दस रुपए का नोट निकालकर कर्मचारियों से बर्गर मांगा। कर्मचारी कभी बच्ची को देखते तो कभी नोट को। दरअसल, आउटलेट में सबसे कम कीमत का बर्गर 90 रुपए का है। ऐसे में कर्मचारी असमंजस में पड़ गए कि इसे मना कैसे करें।
मगर लड़की जिस शिद्दत से बर्गर मांग रही थी और जब उसने दस रुपए निकाले तो किसी की हिम्मत नहीं हुई कि उसे इंकार कर दे। तब आउटलेट में काम करने वाले एक कर्मचारी ने शानदार फैसला लिया। कर्मचारी ने लड़की की उपेक्षा करने की जगह खुद के पास से 80 रुपए निकाले और शेयर करके उसे 90 रुपए में बदल दिया और इस तरह बच्ची को बर्गर दिया जा सका। बर्गर मिलते ही बच्ची खुश हो गई और मुस्कुराते हुए वहां से चली गई।
धीरज कुमार नाम के कर्मचारी ने बच्ची की मदद की
हालांकि, इस कर्मचारी ने एक काम और किया कि बच्ची के सामने इस बात का जिक्र नहीं किया और नहीं उसे अहसास होने दिया कि बर्गर की कीमत 90 रुपए थी। हालांकि, सोशल मीडिया पर यह बात सामने आने के बाद कुछ यूजर्स ने इस प्वाइंट को गलत माना और कहा कि बच्ची अब हमेशा यही समझेगी कि बर्गर की कीमत दस रुपए है और जब वह अगली बार फिर दस रुपए लेकर बर्गर खाने आएगी, तब कर्मचारी स्थिति को कैसे संभालेंगे। बहरहाल, बर्गर किंग के आउटलेट में तब मौजूद एक सोशल मीडिया यूजर ने काउंटर पर खड़ी इस लड़की की तस्वीर खींची और इसे बाद में लाइफ मेंबर नाम के एक ट्विटर अकाउंट से पोस्ट कर दिया। तब से यह इंटरनेट पर वायरल हो रहा है। हालांकि, फास्ट-फूड कंपनी ने बच्ची की मदद करने वाले कर्मचारी की पहचान धीरज कुमार के रूप में की है। धीरज की दयालुता और इस बेहतरीन काम के लिए कंपनी की ओर से उन्हें सम्मानित किया गया है।
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