Zomato के को फाउंडर गौरव गुप्ता ने कहा, पिछले साल हमें हमने किराना का सामान पहुंचाया था। वो हमारे ग्राहकों के लिए समय की जरूरत थी। लोग बाहर से ऑर्डर नहीं दे रहे थे। उन्हें अपने घरों में किराना की जरूरत थी ताकि वे घर पर ही सारा खाना बना सकें।
नई दिल्ली. कोरोना महामारी की पहली लहर में लॉकडाउन के दौरान रेस्टोरेंट बंद हो गए थे। ऐसे में Zomato ने किराने का सामान पहुंचाना शुरू कर दिया था। लेकिन जैसे ही लॉकडाउन हटाया गया Zomato ने फिर से खाना पहुंचाना शुरू कर दिया था। बीच में ये सुविधा बंद थी लेकिन अब इसे फिर से शुरू करने की योजना बना रहा है। Zomato 14 जुलाई का अपना IPO लॉन्च करने वाला है।
Zomato के को फाउंडर गौरव गुप्ता ने कहा, पिछले साल हमें हमने किराना का सामान पहुंचाया था। वो हमारे ग्राहकों के लिए समय की जरूरत थी। लोग बाहर से ऑर्डर नहीं दे रहे थे। उन्हें अपने घरों में किराना की जरूरत थी ताकि वे घर पर ही सारा खाना बना सकें। अब हम यह देखने की कोशिश कर रहे हैं कि इसे और बेहतर कैसे किया जा सकता है।
80 शहरों में की थी किराना की डिलीवरी
Zomato ने पिछले साल अप्रैल में लॉकडाउन के पहले फेज में 80 शहरों में किराने की डिलीवरी शुरू की थी। हालांकि जैसे स्थिति सामान्य हुईं Zomato ने अपनी किराना डिलीवरी सेवाएं बंद कर दी थीं।
Grofers में 9.3% हिस्सेदारी ली
ग्रोसरी डिलीवरी सेवाएं फिर से शुरू करने के लिए Zomato ने ऑनलाइन ग्रॉसरी डिलीवरी प्लेटफॉर्म Grofers में 9.3% हिस्सेदारी ली है। Zomato ने पहले किराने का सामान देने के लिए विशाल मेगा मार्ट और अन्य FMCG के साथ हिस्सेदारी की थी। बिगबास्केट, ग्रोफर्स और यहां तक कि स्विगी जैसे ऐप हैं जो किराने का सामान पहुंचाते हैं।