लॉकडाउन के दौरान काम नहीं होने की वजह से उत्तर प्रदेश, हरियाणा, बिहार और अन्य राज्यों में काम करने वाले उन मजदूरों का जत्था प्रदेश की सीमा से सटे जिलों में देखा जा सकता है, जो पैदल ही अपने गंतव्य की ओर चल पड़ा है। ये लोग अपने घर वापस लौटना चाहते हैं। हालांकि लॉकडाउन के कारण लोगों की आवाजाही पूरी तरह से बंद है।
लखनऊ (Uttar Pradesh)। कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिए लागू लॉक डाउन के कारण जगह-जगह फंसे लोग परेशान हैं। 14 अप्रैल तक देशभर में लागू लॉक डाउन के कारण दूसरे राज्यों में फंसे लोग अपनी जान खतरे में डालकर चोरी-छिपी घर भागकर आ रहे हैं, जिसे लेकर लोग परेशान हैं। वहीं, अब ऐसे लोगों को घर तक लाने के लिए सरकार ने पहल किया है। खबर है कि सरकार ने आस-पास के अलग-अलग राज्यों में फंसे लोगों को घर तक ले जाने के लिए 1000 बसों का इंतजाम कर किया है। इनमें बसों का संचालन भी शुरू करा दिया है।
यूपी और दिल्ली दोनों सरकारों ने किया बसों का इंतजाम
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी कहा है कि यूपी और दिल्ली दोनों सरकारों ने बसों का इंतजाम तो कर दिया। लेकिन, मेरी अभी भी सभी से अपील है कि वे जहां है, वहीं रहें। हमने दिल्ली में रहने, खाने, पीने, सबका इंतजाम किया है। कृपया अपने घर पर ही रहें। अपने गांव ना जाए। नहीं तो लॉकडाउन का मकसद ही खत्म हो जाएगा।
रात में ही कराई गई बसों की व्यवस्था
दिल्ली और अन्य जगहों से बड़ी संख्या में लोग विशेषकर मजदूर नोएडा, गाजियाबाद, बुलंदशहर और अलीगढ़ जैसी जगहों पर पहुंचे थे। अधिकारी ने कहा, कि रात भर जाग कर नोएडा, गाजियाबाद, बुलंदशहर, अलीगढ़, हापुड़ आदि इलाकों में 1000 से ज्यादा बसें लगाकर इनको गंतव्य तक पहुंचाने की व्यवस्था कराई।" उन्होंने बताया कि इन जिलों में पहुंचे लोगों और उनके परिवार वालों विशेषकर बच्चों के लिए भोजन का इंतजाम भी कराया गया।
इस कारण की गई यह व्यवस्था
लॉकडाउन के दौरान काम नहीं होने की वजह से उत्तर प्रदेश, हरियाणा, बिहार और अन्य राज्यों में काम करने वाले उन मजदूरों का जत्था प्रदेश की सीमा से सटे जिलों में देखा जा सकता है, जो पैदल ही अपने गंतव्य की ओर चल पड़ा है। ये लोग अपने घर वापस लौटना चाहते हैं। हालांकि लॉकडाउन के कारण लोगों की आवाजाही पूरी तरह से बंद है।
दिल्ली-शाहजहांपुर रूट पर चलाई गई 71 बसें
लॉकडाउन के बीच आज रोडवेज की दिल्ली से शाहजहांपुर रुट पर बसों का संचालन शुरू कर दिया है। दिल्ली में काम करने वालों को घरों तक पहुंचाने के लिए बसें चलाई गई है। इससे बरेली, दिल्ली जाने वालों को राहत मिली है।