
वाराणसी (Uttar Pradesh)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय की सबसे ऊंची प्रतिमा का एनोग्रेशन किया। बता दें कि वाराणसी में 39.75 करोड़ की लागत से पं. दीनदयाल उपाध्याय स्मृति उपवन बनाया गया है। इसमें पंडित दीनदयाल की 63 फीट ऊंची मूर्ति स्थापित की गई है। यह मूर्ति 200 से अधिक शिल्पकारों ने मिलकर बनाई है। इस स्मारक में पंडित दीनदयाल उपाध्याय के जीवन और समय से संबंधित जानकारियां हैं।
पंडित दीनदायल की प्रतिमा का किया अनावरण
पीएम ने चंदौली के पड़ाव में पं. दीनदयाल उपाध्याय की प्रतिमा का लोकार्पण किया। प्रतिमा का लोकार्पण करने के बाद उन्होंने स्मारक परिसर का भी अवलोकन किया। बता दें कि वाराणसी में 39.75 करोड़ की लागत से पं. दीनदयाल उपाध्याय स्मृति उपवन बनाया गया है। इसमें पंडित दीनदयाल की 63 फीट ऊंची मूर्ति स्थापित की गई है। यह मूर्ति 200 से अधिक शिल्पकारों ने मिलकर बनाई है। इस स्मारक में पंडित दीनदयाल उपाध्याय के जीवन और समय से संबंधित जानकारियां हैं।
प्रथम फेज का काम हुआ है पूरा
पड़ाव चौराहे पर गन्ना विकास संस्थान की करीब 3.67 हेक्टेयर भूमि में दीनदयाल उपाध्याय के स्मृति स्थल निर्माण के लिए 39.75 करोड़ रुपये देने की घोषणा की थी। स्मृति स्थल के प्रथम फेज के लिए करीब 39 करोड़ कुछ ही दिनों पर शासन ने स्वीकृत कर दिया था। जुलाई माह में काम भी शुरू हो गया।
जयपुर की कंपनी करा रही काम
पंडित दीनदयाल उपाध्याय की 63 फीट ऊंची प्रतिमा बनाने का जिम्मा जयपुर की एक कंपनी को दिया गया। प्रतिमा स्थापना के अलावा इंटरप्रिटेशनवॉल पर पत्थर लगाना, ओपेन एयर थियेटर, मेडिटेशन सेंटर, पॉथ-वे, लॉन, एसटीपी निर्माण, वाटर चैनल, कुंड, फव्वारा, पानी फिलटरेशन यूनिट, एचटी पैनल रूम, गार्ड रूम और बाउंड्रीवाल, सैंड स्टोन आदि का निर्माण होना है। वीडीए वीसी राहुल पांडेय के मुताबिक पहले फेज का काम पूरा हो चुका है। बस उसे अंतिम टच दिया जा रहा है।
सीएम ने की थी घोषणा
गृहमंत्री और तत्कालीन भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने पांच अगस्त 2018 को चंदौली जिले में मुगलसराय स्टेशन को पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन करने की घोषणा की थी। इस दौरान जनसभा में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पंडित दीनदयाल स्मृति स्थल की घोषणा करते हुए गृहमंत्री के हाथों शिलान्यास करवाया था।
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