जन्मदिन के बहाने 24 बच्चों को बुलाकर बनाया बंधक, बोला ये बातें, डेढ़ माह पहले जेल से आया है बाहर

सूचना पर यूपी 112 के साथ पहुंची कोतवाली पुलिस ने साहस जुटाकर घर के करीब जाने का प्रयास किया तो युवक ने हथगोला फेंक दिया, जिससे कोतवाल समेत तीन पुलिस कर्मी घायल हो गए। वहीं, सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस) के कमांडों की टीम रवाना कर दी गई है।

Ankur Shukla | Published : Jan 30, 2020 6:28 PM IST / Updated: Jan 31 2020, 12:07 AM IST

फर्रुखाबाद (Uttar Pradesh)।  मोहम्मदाबाद के गांव करथिया में एक शख्स ने बेटी के जन्मदिन के बहाने गांव के 24 बच्चों को बुलाकर कमरे में कैद कर फायरिंग शुरू कर दी है। वह ऐसा इसलिए कर रहा है कि हत्या के बाद चोरी के आरोप में पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था और वह डेढ़ माह पहले जेल से छूटा है। उसे लग रहा है कि उसे गांव वालों ने ही पकड़वाया है। इसलिए कि मकान बंद देख ग्रामीणों ने जब दरवाजा खटखटाया तो शख्स ने अंदर से फायरिंग कर दी थी। ग्रामीण चीख कर भागे तो तो बोला कि मुझे पुलिस से पकड़वाने का अब कुछ तो मजा चखो।

पुलिस पर फेंका हथगोला
सूचना पर यूपी 112 के साथ पहुंची कोतवाली पुलिस ने साहस जुटाकर घर के करीब जाने का प्रयास किया तो युवक ने हथगोला फेंक दिया, जिससे कोतवाल समेत तीन पुलिस कर्मी घायल हो गए। वहीं, सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस) के कमांडों की टीम रवाना कर दी गई है। 

डेढ़ माह पूर्व ही छूटा है जेल से
ग्रामीणों ने बताया कि सुभाष को पुलिस ने तीन महीने पहले चोरी के मामले में गिरफ्तार किया था। वह डेढ़ माह पहले जेल से छूट कर आया था। पुलिस अधीक्षक डॉ. अनिल कुमार मिश्रा ने बताया कि पुलिस टीम बच्चों को बचाने का प्रयास कर रही है। 

इसलिए कर रहा ऐसा
शातिर सुभाष वर्ष 2001 में गांव के मेघनाथ बाथम की गोली मारकर हत्या कर चुका है। इस मामले में उसे आजीवन कारावास की सजा भी चुकी है, लेकिन हाईकोर्ट से वह जमानत पर चल रहा है। तीन माह पूर्व वह चोरी में पकड़ गया था। डेढ़ माह पूर्व वह जेल से छूटकर घर आया था। पुलिस से पकड़वाने की रंजिश में गांववालों को सबक सिखाने को शातिर युवक ने अपनी एक वर्षीय बेटी के जन्मदिन के बहाने गांव के 24 बच्चों को अपने घर बुलाकर कैद कर लिया।

इस तरह बच्चों को बनाया बंधक
शातिर सुभाष चंद्र बाथम गुरुवार दोपहर आस पास के घरों में गया और कहा कि उसकी एक वर्षीय पुत्री का जन्मदिन है, इसलिए बच्चों की दावत रखी है। जिस पर ग्रामीणों ने अपने-अपने बच्चे सुभाष के साथ भेज दिए। कुछ बच्चे बाद में पहुंचे। काफी देर तक बच्चों के न लौटने पर कुछ ग्रामीण सुभाष के घर पहुंचे। 

अभिभावकों को रो-रोकर बुरा हाल
रात 12 बजे तक पुलिस युवक पर काबू नहीं पा सकी है। पुलिस अधीक्षक व अन्य अधिकारी कई थानों की फोर्स के साथ मौके पर पहुंच गए हैं। गांव में दहशत का माहौल है। बंधक बनाए गए बच्चों के अभिभावकों का रो-रोकर बुरा हाल है।

डीजीपी समेत अन्य अधिकारियों को तलब
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर से वापस आने पर देर शाम घटना की जानकारी होते ही डीजीपी ओपी सिंह समेत अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को तलब किया। मुख्यमंत्री ने बच्चों को सकुशल मुक्त कराने और सिरफिरे को गिरफ्तार कर कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए।

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