जुड़वां बच्चों की मां श्यामा देवी कहती हैं कि "मेरी शादी 14 साल की उम्र में हो गई थी। उस वक्त मेरे पति की उम्र 22 साल की थी, शादी के बाद सालों तक हम बच्चा होने का इंतजार करते रहे। लेकिन, ऊपर वाले को ऐसा मंजूर नहीं था। मेरे पति किसान हैं। हमारे पास इतना पैसा नहीं था कि हम शहर जा कर अपना इलाज करवा सकें। हमने कई तरह के घरेलू नुस्खे अपनाएं, लेकिन उसका कोई फायदा नहीं मिला। लेकिन, अब मां बनने के बाद काफी खुश हूं।
Ankur Shukla | Published : Apr 16, 2020 7:02 AM IST / Updated: Apr 16 2020, 01:32 PM IST
लखनऊ ( Uttar Pradesh) । शाहजहांपुर निवासी एक दंपती की शादी के 40 साल गुजर चुके हैं। पति की उम्र 65 तो पत्नी 54 साल की हो चुकी है। जिंदगी अपने आखिरी सफ़र की तरफ बढ़ रही थी और इन दोनों को चिंता इस बात की थी कि अब वंश कैसे बढ़ेगा। लेकिन, कुदरत का करिश्मा देखिए, मेडिकल साइंस के दावे के उलट महिला मां बन गई। यह महिला शादी के 39 वें साल में प्रग्नेंट हुई और 40वें साल में दो जुड़वा बच्चों को जन्म दिया है। बड़ी बात तो ये कि इन बच्चों में एक लड़का और एक लड़की है। जिसे लेकर दंपती की खुशी कई गुना बढ़ गई है। वहीं, इस तरह की घटना को चिकित्सक भी चमत्कार से कम नहीं मान रहे हैं। उनका कहना है कि ये अप्रत्याशित घटना है। लाखों में एक या दो ऐसी घटना होती है कि जब महामारी खत्म होने के बाद भी महिला के शरीर में अंडे बनते रहें। बता दें कि सिजेरियन के बाद महिला और उसके दोनों बच्चे भी स्वस्थ हैं।
यह है पूरा मामलाशाहजहांपुर की निवासी श्यामा देवी की उम्र 54 साल है, जबकि उनके पति राम दर्शन की उम्र 65 साल है। दोनों को संतान नहीं था। जिसे लेकर वे काफी परेशान रहते थे। चिकित्सकों के मुताबिक शादी के 39 वें साल में श्यामा देवी प्रग्नेंट हुई है। 40वें साल में उन्हें
राजधानी लखनऊ के क्वीन मैरी अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां सिजेरियन के जरिए से ऑपरेशन हुआ और श्यामा देवी ने एक बेटी व एक बेटे को जन्म दिया है।
मां ने सुनाई ये कहानीजुड़वां बच्चों की मां श्यामा देवी कहती हैं कि "मेरी शादी 14 साल की उम्र में हो गई थी। उस वक्त मेरे पति की उम्र 22 साल की थी, शादी के बाद सालों तक हम बच्चा होने का इंतजार करते रहे। लेकिन, ऊपर वाले को ऐसा मंजूर नहीं था। मेरे पति किसान हैं। हमारे पास इतना पैसा नहीं था कि हम शहर जा कर अपना इलाज करवा सकें। हमने कई तरह के घरेलू नुस्खे अपनाएं, लेकिन उसका कोई फायदा नहीं मिला। लेकिन, अब मां बनने के बाद काफी खुश हूं।
क्या कहता हैं मेडिकल साइंसमहिला रोग विशेषज्ञों का कहना कि महिलाओं में आमतौर से उम्र बढ़ने के साथ हार्मोन्स बेहद कम हो जाते हैं और इसीलिए उनमें माहवारी का आना भी बंद हो जाता है। माहवारी का आना जैसे ही बंद होता है वैसे ही महिला के शरीर में अंडे बनने भी खत्म हो जाते हैं। लेकिन, ऐसा बहुत कम देखा जाता है कि माहवारी खत्म होने के बाद भी अंडे बन जाएं। इस पूरे केस में ऐसा ही कुछ हुआ है।