ट्रेन का कोई टिकट नहीं लग रहा है, क्योंकि संबधित राज्य सरकार खुद टिकट के दाम को वहन कर रही है। यात्रियों की जांच कराकर ट्रेन में लाने की जिम्मेदारी राज्य सरकार की है। यही नहीं भोजन और पानी की व्यवस्था भी ट्रेन में राज्य सरकार ही करेंगी। रास्ते में एक बार भोजन और पानी की जिम्मेदारी भारतीय रेल की है।
लखनऊ ( Uttar Pradesh)। लॉकडाउन के दौरान पहली यात्री ट्रेन यूपी आ रही है, जो महाराष्ट्र के नासिक से श्रमिक स्पेशल ट्रेन के रूप में रवाना की गई है। खबर है कि इस ट्रेन में 839 प्रवासी मजदूर सवार हुए हैं। जिन्हें नासिक रोड रेलवे स्टेशन से ट्रेन सीधे लखनऊ पहुंचाया जाएगा। कहा जा रहा है कि यह स्पेशल ट्रेन 3 मई की सुबह तक पहुंचेगी। बता दें कि इन ट्रेनों का कोई टिकट नहीं लग रहा है। ये स्पेशल ट्रेन मार्ग में कहीं नहीं रुकेगी। गंतव्य पर पहुंचने के बाद इन यात्रियों की जिम्मेदारी संबंधित प्रदेश की सरकार की होगी। इसके चलते लखनऊ आने के बाद सभी लोगों की स्क्रीनिंग कराई जाएगी, जिसके बाद ही उन्हें घर भेजने की व्यवस्था की जाएगी।
नहीं देना होगा खाने-पीना तक का पैसा
ट्रेन का कोई टिकट नहीं लग रहा है, क्योंकि संबधित राज्य सरकार खुद टिकट के दाम को वहन कर रही है। यात्रियों की जांच कराकर ट्रेन में लाने की जिम्मेदारी राज्य सरकार की है। यही नहीं भोजन और पानी की व्यवस्था भी ट्रेन में राज्य सरकार ही करेंगी। रास्ते में एक बार भोजन और पानी की जिम्मेदारी भारतीय रेल की है।
17 मई तक निरस्त हैं ट्रेनें
रेलवे ने ट्वीट कर कहा है कि '17 मई तक सभी मेल/एक्सप्रेस/सबर्बन आदि यात्री गाड़ियां निरस्त हैं। विभिन्न स्थानों पर रुके श्रमिकों, स्टूडेंट, श्रद्धालुओं आदि के लिए विशेष ट्रेनें राज्य सरकारों के अनुरोध पर, केवल उनके द्वारा रजिस्टर/नामित लोगों के लिए ही हैं। अतः राज्य सरकारों के नोडल अधिकारी से संपर्क करें।
रेलवे की अपील- सिर्फ रजिस्टर्ड लोग ही पहुंचें
पश्चिम रेलवे की ओर से किए गए ट्वीट में कहा गया है कि 'कृपया ध्यान दें -विशेष ट्रेनें राज्य सरकारों द्वारा रजिस्टर्ड तथा नामित व्यक्तियों के लिए ही प्लान की जा रही हैं। कोई भी व्यक्ति किसी भी कारण से रेलवे स्टेशनों पर नहीं आए। किसी को भी व्यक्तिगत रूप से रेल टिकट नहीं दिए जाएंगे और न ही कोई व्यक्तिगत अनुरोध स्वीकार किया जाएगा