अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) के छात्रों और शिक्षकों की ओर से निकाले गए कैंडल मार्च को लेकर आगरा जोन के एडीजी राजीव कृष्ण ने कहा कि इस समय भीड़ इकट्ठा करना सीधे तौर पर धारा 144 का उल्लंघन है, जिसमें कार्रवाई की जाएगी।
अलीगढ़: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में नुपुर शर्मा (Nupur Sharma) के बयान पर विवाद लगातार बढ़ता जा रहा है। इसी बीच बीते दिनों यूपी के अलीगढ़ स्थित अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) के छात्रों और शिक्षकों ने पैगंबर-ए-इस्लाम के खिलाफ विवादित टिप्पणी करने वालीं भाजपा से निलंबित नूपुर शर्मा खिलाफ कैंडल मार्च निकाला था, जिसके बाद सोमवार को अलीगढ़ पहुंचे आगरा जोन के एडीजी राजीव कृष्ण ने शहर का माहौल जाना। अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) के छात्रों और शिक्षकों की ओर से निकाले गए कैंडल मार्च को लेकर उन्होने कहा कि इस समय भीड़ इकट्ठा करना सीधे तौर पर धारा 144 का उल्लंघन है, जिसमें कार्रवाई की जाएगी।
प्रदर्शन में बच्चों को किया शामिल, जेजे एक्ट में होगी कार्रवाई
आगरा जोन के एडीजी अलीगढ़ शहर का माहौल जानने पहुंचे जहां उन्होंने अपराध की समीक्षा करते हुए जनप्रतिनिधियों के साथ भी बैठक की। इस दौरान एएमयू में बीते दिनों प्रोफेसरों द्वारा निकाले गए कैंडल मार्च पर कार्रवाई करने की भी बात कही। उन्होने कहा कि कैंडल मार्च जैसा कृत्य यदि अपराध की सीमा में आता है तो कार्रवाई जरूर होगी। हालांकि उन्होंने ये भी कहा कि इस समय भीड़ इकट्ठा करना सीधे तौर पर धारा 144 का उल्लंघन है, जिसमें कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा प्रदर्शन में बच्चों को शामिल करने को लेकर जेजे एक्ट के तहत कार्रवाई करने की बात कही।
मार्च में कई शिक्षक हुए थे शामिल
आपको बता दें कि बीते 9 जून को अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) के शिक्षकों ने भाजपा से निलंबित नूपुर शर्मा और बर्खास्त नवीन जिंदल द्वारा पैगंबर इस्लाम पर की गई अपमानजनक टिप्पणी की निंदा करते हुए कैंडल मार्च निकाला था। बताते चलें कि दोनों नेताओं के विरोध में एएमयू के शिक्षकों ने डक पॉंड से बाब-ए-सैयद तक कैंडल मार्च निकाला था। मार्च में अमुटा के पूर्व अध्यक्ष प्रो. हामिद अली, डॉ. मुबस्सिर अली, अशरफ मतीन आदि शिक्षक शामिल हुए थे।
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