
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में दोबारा मुख्यमंत्री की कमान संभाल रहे योगी आदित्यनाथ दंबगों के अलावा अब राज्य में नशे के बढ़ते कारोबार को लेकर सीएम सख्त तेवर में नजर आ रहे है। अवैध संपत्ति इकठ्ठा करने वालों, दबंगाइयों के ठिकानों पर बुलडोजर कार्रवाई करने वाली सरकार अब नशे का कारोबार करने वालों के खिलाफ एक्शन लेगी। सीएम योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को अवैध शराब व ड्रग्स के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान की समीक्षा के दौरान कड़े निर्देश दिए है। उन्होंने कहा है कि इसमें संलिप्त माफियाओं और उनके गुर्गों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाए। इसको बढ़ावा देने वाले सभी लोग राष्ट्रीय अपराधी हैं और इन्हें हर हाल में दंडित होना चाहिए।
चौराहों पर लगाए जाएंगे ड्रग्स माफियाओं के पोस्टर्स
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बैठक में कहा कि इस अभियान में चिन्हित अपराधियों की संपत्तियों को जब्त करते हुए उनके पोस्टर्स सार्वजनिक स्थानों पर लगाए जाएं, ताकि राष्ट्र के खिलाफ अपराध कर रहे ऐसे अपराधियों को समाज में सबक सिखाया जा सके। उन्होंने आगे कहा कि नशे का कारोबार सिर्फ क्रिमिनल ऑफेन्स नहीं हैं, बल्कि यह एक राष्ट्रीय अपराध है। इतना ही नहीं नशे के सौदागरों ने न सिर्फ अवैध रूप से संपत्ति अर्जित की है बल्कि युवाओं के भविष्य के साथ भी खिलवाड़ कर रहे हैं। योगी आगे कहते है कि युवाओं को नशे के दलदल में झोंककर समाज को खोखला कर रहे है। ऐसे माफियाओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई बहुत जरुरी है।
नशे की लत से बचाने के लिए सौदागरों पर शिकंजा शुरू
योगी सरकार ने अब ड्रग माफिया को भी दबंगाइयों, अवैध संपत्ति इकठ्ठा करने वालों की श्रेणी में ले लिए गए है। सरकार की तरफ से जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार पहले चरण में नशे के सौदागरों पर योगी सरकार ने शिकंजा कसते हुए अभी तक 785 अभियुक्त गिरफ्तार किए है। वहीं पुलिस ने साढ़े पांच करोड़ रुपए से ज्यादा की कीमत के मादक पदार्थ जब्त किए हैं। राज्य में 342 हुक्काबारों और अवैध मादक पदार्थ तस्करी करने वालों के 4338 ठिकानों पर छापा मारकर भारी संख्या में मादक पदार्थों को जब्त किया गया है। इसको लेकर एडीजी लॉ एंड आर्डर प्रशांत कुमार ने बताया कि प्रदेश के युवाओं को नशे की लत से बचाने के लिए सरकार ने नशे के सौदागरों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है।
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