स्वामी चिन्मयानंद केस: अखाड़ा परिषद का यू टर्न , कहा- चिन्मयानंद को साजिश के तहत फंसाया गया

लॉ की छात्रा के साथ यौन शोषण के आरोप में फंसे स्वामी चिन्मयानन्द मामले में अखाड़ा परिषद ने यूं टर्न ले लिया है। अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष स्वामी नरेंद्र गिरि ने कहा है कि स्वामी को साजिश के तहत फंसाया गया है। उनका कहना है कि जो लड़की आरोप लगा रही है, उसकी भूमिका भी संदिग्ध लग रही है। अभी तक से ऐसा लग रहा है, जैसे स्वामी चिन्मयानंद के साथ कुछ गलत हुआ है। उनको फंसाने के लिए किसी ने उन्हें नशीली दवा खिलाकर यह साजिश रची है। 

Asianet News Hindi | Published : Oct 7, 2019 12:18 PM IST

प्रयागराज(UTTAR PRADESH ). लॉ की छात्रा के साथ यौन शोषण के आरोप में फंसे स्वामी चिन्मयानन्द मामले में अखाड़ा परिषद ने यूं टर्न ले लिया है। अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष स्वामी नरेंद्र गिरि ने कहा है कि स्वामी को साजिश के तहत फंसाया गया है। उनका कहना है कि जो लड़की आरोप लगा रही है, उसकी भूमिका भी संदिग्ध लग रही है। अभी तक से ऐसा लग रहा है, जैसे स्वामी चिन्मयानंद के साथ कुछ गलत हुआ है। उनको फंसाने के लिए किसी ने उन्हें नशीली दवा खिलाकर यह साजिश रची है। 

गौरतलब है कि अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि बीते 22 सितंबर को दिए गए अपने बयान से पलट गए हैं। इससे पहले अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष ने 21 सितंबर को ऐलान किया था कि आगामी 10 अक्टूबर को हरिद्वार में होने वाले अखाड़ा परिषद की बैठक में स्वामी चिन्मयानंद को निष्कासन की प्रक्रिया की जाएगी। 

साधु संतों को बदनाम करने के लिए की जा रही साजिश 
अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष एवं बाघंबरी मठ, प्रयागराज के महंत स्वामी नरेंद्र गिरि का कहना है कि ऐसा लग रहा है जैसे साधु संतों को एक साजिश के तहत बदनाम करने का योजनाबद्ध कार्य हो रहा है। जिसके पीछे कोई बड़ा गिरोह हो सकता है। स्वामी चिन्मयानंद के साथ अन्याय हुआ है। पीडि़त लड़की और उसके साथियों का वीडियो जब से सामने आया है, तब से यह करीब-करीब स्पष्ट हो गया है कि चिन्मयानंद को ब्लैकमेल किया जा रहा था। उनसे पैसे वसूलने के लिए रंगदारी मांगी गई थी। 

अखाड़ा परिषद से स्वामी चिन्मयानंद की निष्कासन प्रक्रिया नहीं होगी : नरेंद्र गिरि 
महंत नरेंद्र गिरि ने स्पष्ट शब्दों में कहा है कि 10 अक्टूबर को हरिद्वार में होने वाली अखाड़ा परिषद की बैठक में स्वामी चिन्मयानंद के निष्कासन की प्रक्रिया अब नहीं होगी, बल्कि संत समाज उनके साथ खड़ा रहेगा और कानूनी लड़ाई में उनकी पूरी सहायता करेगा। नरेंद्र गिरी ने कहा है कि अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद अब स्वामी चिन्मयानंद को हर तरह की कानूनी सहायता करेगा। 

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