यूपी की अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में पिस्टल लहराने वाले युवक के खिलाफ जांच शुरू हो गई है। पुलिस हॉस्टल और कैंपस के सीसीटीवी खंगालने के साथ ही प्रॉक्टोरियल टीम से बात कर रही है। ताकि जल्द से जल्द युवक की पहचान की जा सके।
अलीगढ़: उत्तर प्रदेश की अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में कश्मीरी छात्रों के प्रदर्शन के दौरान हाथापाई और पिस्टल लेकर घूमने वाले छात्र की जांच शुरू हो गई है। पुलिस ने बुधवार को पिस्टल वाले युवक की पहचान के लिए यूनिवर्सिटी में हॉस्टल और कैंपस में लगे सीसीटीवी फुटेज खंगाले। इतना ही नहीं पुलिस ने प्रॉक्टोरियल टीम से भी बात की और मारपीट के मामले में जांच की। दरअसल बीते 24 दिसंबर की रात को एएमयू के कश्मीरी छात्र मो. जिब्रान फाजिली से मारपीट हो गई थी। फिर उसने प्रॉक्टर को इस मामले में तहरीर दी है।
100 अज्ञात लोगों की भीड़ ने युवक के साथ की मारपीट
कश्मीरी छात्र मो. जिब्रान फाजिली का कहना है कि 24 दिसंबर की रात को वह अपने हॉस्टल के रूम में था और सोना चाह रहा था। मगर बाहर हो रहे शोर-शराबे के कारण वह सो नहीं पा रहा था। उसके बाद उसने बाहर बैडमिंटन खेल रहे अज्ञात छात्रों से वहां से जाने को कहा। कश्मीरी छात्र के द्वारा ऐसे कहने पर युवक उससे गाली-गलौज की साथ ही बैडमिंटन रैकेट और डंडों से पीट दिया। इसके अलावा कुछ देर बाद 100 अज्ञात लोगों की भीड़ उसे मारने आई। उन सबके देखकर वह अपने कमरे में छिप गया। भीड़ ने उसके हॉस्टल का दरवाजा तोड़कर उसके साथ मारपीट करने लगे। उसने जैसे-तैसे अपनी जान बचाई।
दो पक्षों में झड़प के बीच युवक ने निकाली थी पिस्टल
इस घटना के दिन वार्डन और प्रोवोस्ट ने मामला शांत करा दिया था लेकिन रविवार की कश्मीरी छात्रों ने सेंट्रल गेट बंद कर कार्रवाई की मांग की थी। उसके बाद कश्मीरी छात्र गेट बंद कर रहे थे और अन्य छात्र इसे खोलने की मांग कर रहे थे। इस दौरान भी दोनों पक्षों में झड़प हो गई थी। इस बीच एक छात्र पिस्टल लहराते हुए नजर आया था। फिर यह मामला और ज्यादा बढ़ गया। इसी मामले में पुलिस जांच कर रही है। इस घटना के बाद जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री ने ट्वीट भी किया था। उन्होंने घटना को दुखद बताया था और मामले में सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए, जिससे दोषियों को सबक मिले। इस बाद यह मामला और ज्यादा तूल पकड़ा। एएमयू प्रॉक्टर ने भी दो सदस्यीय टीम बनाई है, जो सारे प्रकरण की जांच कर रही है।