सार
यूपी के कानपुर देहात में मवेशियों से फसल बचाने के लिए किसान ट्रांसमिशन लाइन पर चढ़कर रखवाली कर रहा है। इतना ही नहीं किसान ने बकायदा पोल पर बिस्तर लगाकर खेत की देखरेख कर रहा है। इस बात के बारे में उच्चाधिकारियों बिल्कुल अंजान है।
कानपुर: उत्तर प्रदेश के जिले कानपुर से हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। मवेशियों से फसल बचाने के लिए किसान नए-नए तरीके अपनाते है। इसी कारणवश यहां के किसान अपनी फसल की रखवाली करने के लिए खुद की जान को जोखिम में डाल रहे है। किसान फसल को बचाने के लिए ट्रांसमिशन लाइन के पोल पर चढ़कर निगरानी कर रहे है। इतना ही नहीं लाइन के पोल पर बिस्तर लगाकर फसल की देखरेख की जा रही है। वहीं दूसरी ओर इस घटना के बारे में पुलिस व एसडीएम ने इसके बारे में पता होने से मना कर दिया है।
व्यवस्था के खिलाफ किसान ने जाहिर किया गुस्सा
जानकारी के अनुसार यह मामला कानपुर देहात के खानचंद्रपुर गांव का है। यहां के लोग भी बाकी किसानों की तरह मवेशियों के फसल चर लेने से काफी परेशान हैं। ट्रांसमिशन लाइन के पोल पर एक किसान चढ़ा है। उसका कहना है कि मेरी गेहूं की फसल मवेशी चट कर गए। उसके आगे किसान का कहना है कि आखिर अब करें तो क्या करें जो बची है उसकी रखवाली दिन रात एक करके की जा रही है। इतना ही नहीं उसका यूपी सरकार की व्यवस्था के खिलाफ गुस्सा भी जाहिर करता है।
लाठी-डंडा लेकर किसानों को दिनभर लगाना पड़ता है चक्कर
दूसरी ओर गांव के अन्य किसानों का कहना है कि मवेशी यहां झुंड के झुंड आते हैं और खेत में घुस जाएं तो कुछ बचने वाला नहीं है। इस वजह से उनकी निगरानी दूर से करने के लिए पोल पर चढ़कर कर लेते हैं। इसके अलावा लाठी-डंडा व टार्च लेकर खेत पर दिनभर चक्कर लगाना पड़ता है। इतनी सर्दी के बाद भी अनाज घर तक पहुंचे इसके लिए लोग जतन कर रहे हैं। ऐसा नहीं किया तो उनकी मेहनत पूरी तरह से खराब हो जाएगा। किसानों के अनुसार तारबंदी के बाद भी मवेशी कहीं न कहीं से घुस ही जाते हैं। किसान के पोल पर चढ़ने की जानकारी से रनिया थाना प्रभारी अनिल कुमार ने मना कर दिया है। उनके अलावा एसडीएम भूमिका यादव ने भी मामले की जानकारी होने से मना करते हुए कहा कि इसको दिखवाया जाएगा।
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