आजमगढ़ में असलहा तस्कर पेशी के दौरान दरोगा को चकमा देकर फरार हो गया। उसके ऊपर करीब आधा दर्जन से अधिक मामले दर्ज है। फरार असलहा तस्कर को पुलिस पकड़ने में लगी हुई है। जिले भर में नाकाबंदी कराई गई है।
आजमगढ़: उत्तर प्रदेश पुलिस की बीते दिनों कई लापरवाही के उदाहरण देखने को मिले तो वहीं कुछ ऐसे भी उदाहरण मिले जिसे हर कोई हैरान हुआ। लेकिन लापरवाही के उदाहरणों में एक और किस्सा जुड़ गया। शुक्रवार को एक बार फिर यूपी पुलिस की लापरवाही का उदाहरण देखने को मिला। राज्य के आजमगढ़ जिले में एक तस्कर को कोर्ट में पेशी के लिए लाई पुलिस के दरोगा ने ऐसी लापरवाही दिखाई कि एक बड़ा असलहा तस्कर फरार हो गया। इसकी जानकारी आला आधिकारियों को लगी तो हड़कंप मच गया।
कोर्ट में पेशी के लिए दरोगा असलहा तस्कर को लाए थे कोर्ट
जानकारी के अनुसार पुलिस कुख्यात तस्कर रवि देवगांव को एक मामले में कोर्ट पेशी के लिए लाई थी लेकिन इसी दौरान वो चकमा देकर फरार हो गया। पूरे जिले में चेकिंग शुरू हुई लेकिन देर शाम तक तस्कर का कुछ पता नहीं चल सका। ऐसा बताया जा रहा है कि देवगांव कोतवाली क्षेत्र के लालगंज चौकी इंचार्ज अनुपम जायसवाल ने शुक्रवार को असलहा तस्कर रवि को गिरफ्तार किया था। जिसे शुक्रवार को कोर्ट में पेशी के लिए दरोगा अखिलेश कुमार असलहा तस्कर को लेकर एसीजेएम कोर्ट नंबर दस में आए थे। इसी दौरान असलहा तस्कर दरोगा को चकमा देकर फरार हो गया।
असलहा तस्कर के ऊपर आधा दर्जन से अधिक मुकदमे दर्ज
कोर्ट परिसर में असलहा तस्कर के फरार होने पर दारोगा के हाथपांव फूल गए। दारोगा ने इसकी जानकारी अधिकारियों को दी तो महकमे में हडंकप मच गया। आनन-फानन में पूरे जिले में सघन चेकिंग अभियान के साथ पुलिस ने संभावित स्थानों पर दबिश देना शुरू किया लेकिन देर शाम तक असलहा तस्कर का कोई सुराग नहीं लग सका है। बता दें कि असलहा तस्कर रवि देवगांव कोतवाली के मसीरपुर बाजार का रहने वाला है और उसके ऊपर करीब आधा दर्जन मुकदमे दर्ज है। वहीं एसपी सिटी शैलेन्द्र लाल ने बताया कि देवगांव कोतवाली पुलिस ने मसीपुर के रहने वाले एक अपराधी को असलहा के साथ गिरफ्तार किया था।
एसीजेएम कोर्ट में रिमांड के लिए पेश कर रही थी पुलिस
असलहा तस्कर रवि देवगांव को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। पुलिस उसे एसीजेएम कोर्ट में रिमांड के लिए पेश किया। इसी दौरान वह चकमा देकर फरार हो गया। जिसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीमें लगातार दबिश दे रही हैं। इस सम्बन्ध में संबन्धित दोषी कर्मचारियों के खिलाफ जांच की जा रही है जिसके बाद कार्रवाई की जाएगी। पुलिसकर्मियों की लापरवाही के चलते पहले भी कई आरोपी चकमा देकर फरार होने में कामयाब हुए है। उसके बाद कड़ी मशक्कत के बाद दोबारा पकड़ा गया अन्यथा पकड़े ही नहीं गए।
बरेली के हेडमास्टर पर महिला शिक्षिकों ने लगाया अश्लीलता का आरोप, विरोध करने पर की ऐसी हरक