वहीं गोरखपुर की कैम्पियरगंज सीट से चंद्रप्रकाश निषाद, पिपराइच से दीपक अग्रवाल, गोरखपुर ग्रामीण सीट से दारा सिंह निषाद को टिकट दिया है। खजनी सुरक्षित सीट से विद्यासागर, चौरी-चौरा से वीरेंद्र पांडेय को उम्मीदवार बनाया है। बांसगांव से राम नयन आजाद और चिल्लूपार सीट से राजेंद्र सिंह चुनाव मैदान में होंगे।
अनुराग पाण्डेय
गोरखपुर: उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले में सीएम योगी आदित्यनाथ के नामांकन के बाद बसपा ने भी यहां की 9 विधानसभा सीट पर उम्मीद्वारों की फाइनल लिस्ट जारी कर दी। बसपा मुखिया ने योगी के खिलाफ शहर विधानसभा से ख्वाजा शमसुद्दीन को चुनाव मैदान में उतारा है। वहीं गोरखपुर जिले की सहजनवां सीट पर घोषित प्रत्याशी माफिया सुधीर सिंह का टिकट काटकर उनकी पत्नी अंजू सिंह का उम्मीद्वार बनाया है। माफिया सुधीर सिंह पर ढेरों मुकदमें होने की वजह से लगातार इस उम्मीद्वार का विरोध हो रहा था। लिहाजा बसपा ने अब सुधीर का टिकट काटकर उनकी पत्नी को चुनाव मैदान में उतारा है।
वहीं गोरखपुर की कैम्पियरगंज सीट से चंद्रप्रकाश निषाद, पिपराइच से दीपक अग्रवाल, गोरखपुर ग्रामीण सीट से दारा सिंह निषाद को टिकट दिया है। खजनी सुरक्षित सीट से विद्यासागर, चौरी-चौरा से वीरेंद्र पांडेय को उम्मीदवार बनाया है। बांसगांव से राम नयन आजाद और चिल्लूपार सीट से राजेंद्र सिंह चुनाव मैदान में होंगे।
योगी के खिलाफ ताल ठोकने वाले कौन हैं ख्वाजा
गोरखपुर के मूल निवासी जाफरा बाजार के रहने वाले ख्वाजा शमसुद्दीन बसपा पार्टी में लगभग 20 वर्षों से कार्य कर रहे हैं। इतने समय में पार्टी के विभिन्न पदों पर रह चुके हैं। वर्तमान समय में गोरखपुर मंडल का सेक्टर प्रभार का पद ख्वाजा संभाल रहे हैं। साल 2000 में बसपा पार्टी से ही से पार्षदी का भी चुनाव लड़ चुके हैं। इसके साथ ही महानगर के विभिन्न समस्याओं को लेकर तमाम आंदोलन जनता के लिए ख्वाजा शमसुद्दीन करते रहे हैं।
पचास हजार हैं मुस्लिम वोटर
गोरखपुर शहर की अगर बात करें तो यहां सबसे अधिक कायस्थ वोटर लगभग 90 हजार हैं। इसके बाद अन्य जातियां हैं। वहीं मुस्लिम वोटर यहां पर 50 हजार के करीब हैं। गोरखपुर में कुल 4.50 लाख वोटर हैं। अगर हम भाजपा के विधायक डॉ. राधा मोहन अग्रवाल की बात गोरखपुर शहर से करें तो यहां से साल 2017 में एक लाख से अधिक वोट से विजयी हुए थे। गोखपुर शहर की सीट लगातार कई चुनाव से भाजपा के ही झोली में आती रही है। ऐसे में योगी के खिलाफ ताल ठोंकने उतरे बसपा प्रत्याशी ख्वाजा शमसुद्दीन की लड़ाई बहुत ही कठिन है।
स्वामी का चुनौती देंगे संतोष तिवारी
छठे चरण के लिये चुनाव आयोग ने शुक्रवार को ही नामांकन प्रक्रिया शुरू करने की अधिसूचना जारी की थी। बसपा की सूची में शामिल प्रमुख सीटों में गोरखपुर शहर के अलावा कुशीनगर जिले की फाजिल नगर सीट से पार्टी उम्मीदवार के रूप में संतोष तिवारी का नाम भी शामिल है। श्री तिवारी इस सीट पर सपा के उम्मीदवार स्वामी प्रसाद मौर्य को चुनाव में चुनौती देंगे।
UP Election Info: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 में 403 विधानसभा सीट के लिए पहले चरण का मतदान 10 फरवरी, दूसरा चरण 14 फरवरी, तीसरा चरण 20 फरवरी, चौथा चरण 23 फरवरी, पांचवां चरण 27 फरवरी, छठा चरण 3 मार्च और अंतिम चरण का मतदान 7 मार्च को है। कुल 7 चरणों में होगा यूपी में चुनाव। मतगणना 10 मार्च को होगी।