सार

कानपुर की बात की जाए तो, सीसामऊ विधानसभा को एसपी का गढ़ का कहा जाता है। सीसामऊ विधानसभा सीट पर त्रिकोणीय मुकाबला होने वाला है। बीजेपी और कांग्रेस ने सीसामऊ सीट पर घेराबंदी की है। इस सीट पर एसपी की राह आसान नहीं हैं।

सुमित शर्मा
कानपुर: यूपी विधानसभा चुनाव के तीसरे चरण में होने वाली वोटिंग के लिए लगभग सभी तैयारियों पूरी हो चुकी हैं। राजनीतिक पार्टियों के प्रत्याशियों के नामांकन प्रक्रिया को पूरा कर लिया गया है। यदि कानपुर की बात की जाए तो, सीसामऊ विधानसभा को एसपी का गढ़ का कहा जाता है। सीसामऊ विधानसभा सीट पर त्रिकोणीय मुकाबला होने वाला है। बीजेपी और कांग्रेस ने सीसामऊ सीट पर घेराबंदी की है। इस सीट पर एसपी की राह आसान नहीं हैं।

कानपुर की सीसामऊ विधानसभा सीट पर होने वाला विधानसभा चुनाव बहुत ही दिलचस्प होने वाला है। समाजवादी पार्टी से विधायक इरफान सोलंकी तीन बार के विधायक हैं। एसपी विधायक को घेरने के लिए बीजपी और कांग्रेस ने अपने तुरूप के इक्के चुनावी मैदान में उतारे हैं। वहीं इस चुनाव में एआईएमआईएम मुस्लिम वोट बैंक में सेंध लगाने का काम कर रही है।

विधानसभा चुनाव 2017 के आकड़े
विधानसभा चुनाव 2017 में सीसामऊ विधानसभा सीट एसपी के इरफान सोलंकी ने जीत दर्ज की थी। इरफान सोलंकी 2007 में आर्यनगर से और 2012, 2017 में सीसामऊ सीट से जीत दर्ज की थी। विधानसभा चुनाव 2017 में एसपी के इरफान सोलंकी ने बीजेपी के सुरेश अवस्थी को 5826 वोटों से हराया था। एसपी के इरफान सोलंकी को 73030 वोट मिले थे। वहीं बीजेपी के सुरेश अवस्थी ने 67204 वोट हासिल किए थे।

पिछले चुनाव में एसपी और कांग्रेस का गठबंधन हुआ था। जिसका फायदा इरफान सोलंकी को मिला था। एसपी विधायक इरफान सोलंकी के पिता हाजी मुश्ताक सोलंकी आर्यनगर सीट से लगातार विधायक रह चुके हैं। हाजी मुश्ताक सोलंकी एसपी सरंक्षक मुलायम सिंह के करीबी थे।

बीजेपी ने सलिल विश्नोई को उतारा
बीजेपी ने एसपी विधायक इरफान सोलंकी को घेरने के लिए अपने सबसे मजबूत प्रत्याशी सलिल विश्नोई को उतारा है। सलिल विश्नोई वर्तमान में एमएलसी हैं, और आर्यनगर विधानसभा सीट से विधायक भी रह चुके हैं। सीसामऊ विधानसभा मुस्लिम बाहुल सीट है। इसके बाद सीट पर सबसे अधिक समान्य जाति के वोटरों की संख्या है। बीजेपी प्रत्याशी एसपी विधायक को कड़ी टक्कर दे रहे हैं।

कांग्रेस ने मुस्लिम प्रत्याशी पर लगाया दांव
कांग्रेस ने सीसामऊ सीट से हाजी सुहेल अहमद को चुनावी मैदान में उतारा है। हाजी सुहेल अहमद कुछ ही दिनों पहले अपने समर्थकों के साथ एसपी का साथ छोड़कर कांग्रेस में आए हैं। हाजी सुहेल तीन बार पार्षद भी रह चुके हैं। सीसामऊ सीट पर हाजी सुहेल का जबरर्दस्त पकड़ है। कांग्रेस ने हाजी सुहेल अहमद को जब प्रत्याशी बनाया था, तो एसपी के खेमें में हड़कंप मच गया था। हाजी सुहेल अहमद के पास मुस्लिम वोटरों का बड़ा जनाधार है। हाजी सुहेल एसपी विधायक की मुस्किलें बढ़ा सकती हैं।

एआईएमआईएम मुस्लिंंम वोट काटने का करेगी काम
एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने सीसामऊ विधानसभा सीट से रिया सिद्दकी को चुनावी मैदान में उतारा है। रिया सिद्दकी एआईएमआईएम महिला विंग की अध्यक्ष हैं। एआईएमआईएम प्रत्याशी मुस्लिम वोट काटने का काम करेंगी। जिसका सीधा फायदा बीजेपी को मिलने वाला है।

सीसामऊ सीट का जातिगत आकड़ा
सीसामऊ विधानसभा सीट से एसपी के इरफान सोलंकी विधायक हैं। इस सीट पर मुस्लिम वोटरों की संख्या 84 हजार के करीब है। अनुसूचित जाती के वोटरों की संख्या 72 हजार है। ब्राह्मण वोटरों की संख्या 32 हजार है। वैश्य वोटरों की संख्या 12.50 हजार है। पंजाबी-सिंधी वोटरों की संख्या 16 हजार है।