गोरखपुर की 9 विधानसभा सीटों के लिए सपा, बसपा, कांग्रेस में 200 से अधिक आवेदन आए हैं। हालाकि आवेदन तो बहुत पहले ही आ चुके थे, उसमे से कई नाम भी तय हुए थे। लेकिन योगी के मैदान में उतरने के बाद एक बार फिर सभी पार्टियां अपने प्रत्याशियों को परख रही हैं।
अनुराग पाण्डेय
गोरखपुर: उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले से सीएम योगी आदित्यनाथ के लड़ने से यह हॉट सीट हो गई है। योगी के लड़ने से सारी पार्टियां खासतौर से सपा, बसपा और कांग्रेस का समीकरण बिगड़ गया है। गोरखपुर जिले में 9 विधानसभा है। जिसमे से शहर विधानसभा से योगी का भाजपा के टिकट पर लड़ना फाइनल हो चुका है। वहीं अन्य पार्टियां योगी के चेहरे को देखते हुए उसी स्टैंर्ड का प्रत्याशी भी खोज रही हैं। जो योगी को चुनौती दे सके। इसको लेकर गोरखपुर से बेहतर प्रत्याशी की खोज में सपा, बसपा, कांग्रेस के मुखिया मंथन में लगे हुए हैं। अब देखना ये है कि ये मंथन कब पूरा होता है।
गोरखपुर की 9 विधानसभा सीटों के लिए सपा, बसपा, कांग्रेस में 200 से अधिक आवेदन आए हैं। हालाकि आवेदन तो बहुत पहले ही आ चुके थे, उसमे से कई नाम भी तय हुए थे। लेकिन योगी के मैदान में उतरने के बाद एक बार फिर सभी पार्टियां अपने प्रत्याशियों को परख रही हैं।
चुनाव प्रचार में लगे हैं प्रत्याशी
टिकट के लिए आवेदन करने के बाद ये प्रत्याशी कैंपेन भी शुरू कर चुके हैं। इस समय एक ही पार्टी से कई उम्मीदवार घर—घर पहुंचकर खुद को प्रत्याशी बता रहे हैं। जबकि अभी टिकट भी फाइनल नहीं हुआ है। ऐसे में पब्लिक भी सस्पेंस में है किसे वो प्रत्याशी समझे।
इस बार टिकट के लिए कठिन है परीक्षा
टिकट को लेकर कैंपेन कर रहे प्रत्याशियों का हर दिन फीडबैक बदल रहा है। इससे नेता जोर शोर से अपना चुनाव प्रचार कर रहे हैं। ताकि उनका फीडबैक अच्छा जाए। वहीं प्रत्याशियों की जेब भी इसमे धीली हो रही है। वहीं टिकट आवेदन के लिए भी बसपा, सपा ने कई नियम बना दिए हैं, जिससे प्रत्याशियों को कठिन परीक्षा से गुजरना पड़ रहा है।
बसपा मांग रही शपथ पत्र
सूत्रों की मानें तो बसपा में टिकट आवेदन के लिए प्रत्याशियों को एक शपथ पत्र भी देना पड़ रहा है। बसपा मुखिया का ये फरमान नेताजी के लिए मुसिबत बन गया है। शपथ पत्र में प्रत्याशी को खुद पर लगे मुकदमों की संख्या देनी है, साथ ही उसके बारे में विस्तार से बताना है। गोरखपुर में चार विधानसभा सीट पर बसपा ने टिकट फाइनल जरूर किया है। लेकिन उनमे से कुछ नेता पर मुकदमों की लंबी लिस्ट देखकर उनका टिकट भी कटने की चर्चा जोरों पर हो रही है। वहीं योगी के चेहरे को देखते हुए तेज तर्रार चेहरा पार्टी खोज रही है। खासतौर से चिल्लूपार सीट जहां पर तीन बार से बसपा को जीत मिल रही है। इस बार वहां से पार्टी ने प्रत्याशी का नाम तय तो कर दिया है। लेकिन सूत्रों की मानें तो पूर्व में बसपा से विधायक रहे एक नेता जो इस समय भाजपा में हैं। उनके एक बार फिर बसपा में आने की अटकलें लगाई जा रही है।
गोरखपुर की 8 सीट पर भाजपा का कब्जा
गोरखपुर की 9 में से 8 सीट पर भाजपा का कब्जा है। वहीं चिल्लूपार एक मात्र सीट बसपा के कब्जे में है। लिहाजा इस बार गोरखपुर की 9 विधानसभा में विजय पताका लहराने के लिए सपा, बसपा और कांग्रेस प्रत्याशियों की तलाश कर रही है। वहीं योगी के लड़ने से टिकट देने में सभी पार्टियां अच्छे से प्रत्याशियों की परख कर रही हैं।
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