
कानपुर (उत्तर प्रदेश). कोरोना वायरस की दूसरी लहर ने कई हंसते-खेलते परिवारों को तबाह कर दिया। इसी बीच एक बेहद मार्मिक खबर सामने आई है, जहां आईआईटी कानपुर के असिस्टेंट रजिस्ट्रार ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। पत्नी जब कमरे में पहुंची तो शव पंखें के सहारे लटका मिला। बताया जा रहा है कि मृतक अपने डेढ़ साल के बेटा को कोरोना संक्रमित होने बाद से डिप्रेशन में आ गए थे।
पत्नी ने बताया कब क्या हुआ
दरअसल, सुरजीत कुमार दास अपनी पत्नी बुलबुल दास, 8 वर्षीय और डेढ़ साल के दो बेटे शोभित व सुनियोजित के साथ IIT कैंपस में रहते थे। आईआईटी कानपुर में सहायक रजिस्ट्रार पद पर कार्यरत थे। सोमवार देर रात खाना खाने के बाद वह अपने कमरे में सोने के लिए चले गए। मंगलवार सुबह जब वह बाहर नहीं आए तो पत्नी उन्हें उठाने के लिए पहुंची। जहां चादर से और पंखे से लटकता उनका हुआ शव मिला। पत्नी ने बताया कि जब में रात 2 बजे उनको देखने गई तो तब सबकुछ ठीक था।
खुद को अकेला समझ कर लिया सुसाइड
पत्नी बुलबुल दास ने बताया कि एक सप्ताह पहले उनके छोटे बेटे को कोरोना संक्रमण हो गया था। जिसके बाद से सुरजीत गुमसुम से रहने लगे थे। वह किसी से ज्यादा बात नहीं कर रहे थे। वहीं प्रशासन ने उनके घर के बाहर कोविड-19 होने का पोस्टर लगा दिया था। जिसके बाद कॉलोनी के लोगों को पता चल गया था कि हमारे घर कोरोना का मरीज है। आसपास के लोग हमसे बात नहीं करते थे। वह पास आने से डर रहे थे। खुद को अकेला समझ सुरजीत डिप्रेशन के शिकार हो गए।
मानसिक अवसाद के शिकार थे सुरजीत
बता दें कि सुरजीत दास मूल रूप से असम के रहने वाले थे। वह IIT में 2015 से असिस्टेंट रजिस्ट्रार के पद पर अपनी सेवाएं दे रहे थे। पत्नी बुलबुल बताया कि सुरजीत पहले से ही मानसिक अवसाद के शिकार थे। उनका होम्योपैथिक डॉक्टर से इलाज भी चल रहा था। बेटे के कोरोना पॉजिटिव होने के बाद से उनका मानसिक तनाव और ज्यादा बढ़ गया था।
पुलिस पत्नी और पड़ोसियों कर रही पूछताछ
सुसाइड की सूचना मिलते ही पुलिस और फरेंसिक टीम ने घटनास्थल पहुंची और निरीक्षण किया। शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। वहीं पुलिस मृतक की पत्नी और आसपास के लोगों से पूछताछ कर मामले की जांच कर रही है। हालांकि अभी तक जांच के दौरान कुछ भी संदिग्ध नहीं मिला है।
उत्तर प्रदेश में हो रही राजनीतिक हलचल, प्रशासनिक फैसले, धार्मिक स्थल अपडेट्स, अपराध और रोजगार समाचार सबसे पहले पाएं। वाराणसी, लखनऊ, नोएडा से लेकर गांव-कस्बों की हर रिपोर्ट के लिए UP News in Hindi सेक्शन देखें — भरोसेमंद और तेज़ अपडेट्स सिर्फ Asianet News Hindi पर।