Inside Story:126 की उम्र में योग गुरु स्वामी शिवानंद को मिला पद्मश्री सम्मान,PM के साथ राष्ट्रपति को नवाया शीश

शिवानंद बाबा वाराणसी के रहने वाले है और उनकी उम्र 126 साल है। शिवानंद बाबा को राष्ट्रपति भवन में पद्मश्री सम्मान से सम्मानित किया गया राष्ट्रपति भवन में जैसे ही बाबा का नाम लिया गया उन्होंने सबसे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को शीश नवाया उसके उपरांत राष्ट्रपति को शीश नवाया। बाबा की आयु और शरीर की फूर्ति देख राष्ट्रपति भवन सहित पूरा देश आश्चर्यचकित रह गया।

Asianet News Hindi | Published : Mar 22, 2022 7:02 AM IST

अनुज तिवारी
वाराणसी:
काशी के शिवानंद बाबा को मोदी सरकार पद्मश्री अवार्ड से सम्मानित किया गया। शिवानंद बाबा वाराणसी के रहने वाले है और उनकी उम्र 126 साल है। इतनी लम्बी आयु के बाद भी बाबा पूरी तरीह से स्वास्थ्य है। राष्ट्रपति भवन में सम्मान समारोह के दौरान राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने बाबा शिवानंद को सम्मानित किया। जब स्वामी शिवानंद का नाम एनाउंस किया गया तो वह बड़ी ही फुर्ती के साथ अपनी कुर्सी से उठे और तेज चलते हुए तीन बार अपना शीश नवाया। सबसे पहले शिवानंद बाबा ने प्रधानमंत्री मोदी को शीश नवाया। उसके उपरांत शिवानंद बाबा ने राष्ट्रपति को दो बार शीश नवाया। दूसरी बार जब बाबा ने राष्ट्रपति को शीश नवाया तो राष्ट्रपति ने उन्हें सहारा देकर उठाया और पद्मश्री से सम्मानित किया। उसके बाद बाबा ने पुनः वाराणसी के सांसद व देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पुनः शीश नवाया। इस दौरान प्रधानमंत्री ने उठकर प्रणाम किया। सभा में उस दौरान उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू और गृह मंत्री अमित शाह समेत कई नेता अपनी कुर्सी छोड़कर उठ गए थे। तालियों से उनका अभिवादन किया गया।

जानिए कौन है पद्मश्री सम्मानित शिवानंद बाबा
वाराणसी के दुर्गाकुंड स्थित कबीर नगर कॉलोनी में रहने वाले शिवानंद बाबा के आधिकारिक दस्तावेज के मुताबिक उनकी जन्मतिथि 1896 है। जिसके मुताबिक वे दुनिया के सबसे बुजुर्ग आदमी है। बाबा की तरह बाबा की दिनचर्या भी अद्भुत है। मौसम चाहें कुछ भी हो बाबा हर रोज सुबह 3 बजे उठते है। जिसके बाद कुछ देर तक योग करते है और ध्यान लगाते है। इसके बाद वे पूजा-पाठ करते है, जिसके बाद वे अपना खाना खाते है। शिवानंद बाबा के खाने में न कोई फल या दूध शामिल होता है बल्कि कम नमक वाला उबला खाना खाते है। जिसके बदौलत वे आज भी स्वास्थ्य है और ज़िन्दगी की हर सुबह का स्वागत कर रहे है। 

काशीवासियों ने कहा- योगशास्त्र की महत्ता होती है प्रमाणित
शिवानंद बाबा का वीडियो जैसे ही सोशल मीडिया पर आया सभी ने सोशल मीडिया पर बाबा का वीडियो जमकर शेयर किया। उनके शरीर की फुर्ती को देखकर राष्ट्रपति भवन सहित देश के विभिन्न वर्गों के लोगों ने खुशी जाहिर की। डॉ. मुनीश मिश्र ने बताया की योग भारत की अमूल्य धरोहर है जिसके सतत अभ्यास के द्वारा हमारे ऋषि महर्षि हजारों वर्षों तक बिना कुछ खाए पिए जीवित रहते थे। ऐसी स्थिति में शिवानन्द जी का 126 वर्ष की आयु में स्वस्थ रहना कोई आश्चर्य की बात नहीं है, बल्कि इससे हमारे योगशास्त्र की महत्ता प्रमाणित होती है। भारत सरकार द्वारा इनको पद्मश्री प्रदान करने से योग के प्रति लोगों का और अधिक रुझान होगा। सरकार ने बहुत ही सराहनीय कार्य किया है। 

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