
अयोध्या: दिल्ली में हनुमान जन्मोत्सव की शोभायात्रा पर उपद्रवियों द्वारा हमला किए जाने की घटना सामने आने के बाद संत समाज में नाराजगी देखी जा रही है। मामले में संत समाज ने उपद्रवियों की पहचान कर कार्रवाई की मांग की है। वहीं हनुमानगढ़ी के महंत राजू दास ने इसके बाद मस्जिद के मौलवियों को चेतावनी दी है। चेतावनी में कहा गया है कि 2 माह के भीतर मस्जिदों से लाउडस्पीकर उतारा जाए। हनुमानगढ़ी के महंत राजूदास की ओर से आगे कहा गया कि अगर ऐसा नहीं होता है तो प्रदेश में जितनी भी मस्जिदें हैं उन सभी के सामने हिंदू समाज के लोग लाउडस्पीकर लगा हनुमान चालीसा का पाठ करेंगे।
दो माह के भीतर उतारें लाउडस्पीकर
दिल्ली की घटना की निंदा करते हुए महंत राजू दास ने कहा कि पांच बार लाउडस्पीकर पर अजान होती है। इससे कई लोगों को तकलीफ होती है। इस तकलीफ को ध्यान में रखकर अगर दो माह के भीतर मुस्लिम धर्मगुरुओं ने मस्जिद से माइक नहीं उतारे तो हिंदू समाज पूरे देश में मस्जिदों के सामने लाउडस्पीकर लगा हनुमान चालीसा का पाठ करेगा।
हमले को बताया निंदनीय
महंत राजू दास ने कहा कि दिल्ली के जहांगीरपुर में जन्मोत्सव के उपलक्ष्य में शोभायात्रा निकाली गई थी। इस दौरान उपद्रवियों ने हमला किया। जमकर नारे लगाए गए और शोभायात्रा पर पत्थरबाजी और तोड़फोड़ भी की गई। यह अत्यंत निंदनीय कृत्य है। साधु संत इसका विरोध करते हैं। राजू दास ने इस बात पर दुख जताते हुए कहा कि हिंदुस्तान के जो लोग हैं वह अपने आप को अल्पसंख्यक बताते हैं। उनका कार्य कैसे हो सकता है। वर्ग विशेष के द्वारा निकाली जाने वाली यात्रा का न ही कभी लोगों ने विरोध किया न ही कभी पत्थरबाजी की। इसी के साथ न ही अपमानित करने का काम किया गया। रामनवमी में शोभायात्रा पर हमला हुआ यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है। इसके बाद ही राजू दास ने चेतावनी देते हुए मुस्लिम समाज के लोगों को 2 माह का समय दिया गया है। 2 माह के अंदर माइक उतरा लिए जाए नहीं तो मस्जिद के सामने माइक लगा हनुमान चालीसा का पाठ किया जाएगा।
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