अयोध्या: राम मंदिर निर्माण की नई तस्वीरें हुईं जारी, गर्भगृह के निर्माण कार्य में दिखी भव्यता

यूपी के अयोध्या में श्री राम का भव्य मंदिर का निर्माण कार्य तेजी से किया जा रहा है। श्री राम जन्मभूमि मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने मंदिर निर्माण की तस्वीरें शेयर की हैं। इन तस्वीरों को देख मंदिर की भव्यता का अंदाजा लगाया जा सकता है।

Asianet News Hindi | Published : Dec 6, 2022 8:28 AM IST

अयोध्या: उत्तर प्रदेश की रामनगरी अयोध्या में श्री राम जन्मभूमि परिसर में भगवान श्री राम का भव्य मंदिर का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है। बीते तीन दिसंबर को ड्रोन कैमरे से खींची गई एक नई तस्वीर को शेयर किया गया है। बता दें कि यह तस्वीर श्री राम जन्मभूमि मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने शेयर किया है। इस तस्वीर में राम मंदिर के गर्भगृह के निर्माण कार्य चल रहा है। वहीं कुछ मजदूर मंदिर के गर्भ को आकार देने में जुटे हुए है। ड्रोन कैमरे से खींची गई तस्वीर से ही मंदिर की भव्यता का एहसास किया जा सकता है। बता दें कि दिसंबर 2023 तक श्री राम जन्मभूमि मंदिर का प्रथम तल बनकर तैयार हो जाएगा।

जनवरी 2024 में विराजमान होंगे रामलला
रामलला अपने भव्य और दिव्य मंदिर में जनवरी 2024 में विराजमान हो जाएंगे। शेयर की गई तस्वीरों में साफतौर पर दिखाई दे रहा है कि मंदिर का निर्माण कार्य कहां तक पहुंचा है। साथ ही मंदिर की स्थित क्या है। बता दें कि इससे पहले 25 नवंबर को श्री राम जन्मभूमि मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने भव्य राम मंदिर की तीन तस्वीरें जारी की थीं। इन तस्वीरों में साफ दिखाई दे रहा था कि मंदिर निर्माण कार्य किस तरह से हो रहा है। तस्वीरों में दिखा रहा था कि किस तरह से नक्काशी किए गए पत्थरों को लगाया जा रहा है। 

समय-समय पर जारी की जाती हैं मंदिर निर्माण की तस्वीरें
बता दें कि राम मंदिर ट्रस्ट के सदस्य अनिल मिश्र ने बताया कि पीएम मोदी ने दीपोत्सव पर्व के मौके पर मंदिर निर्माण कार्य का जायजा लिया था। मंदिर का जायजा लेने के बाद पीएम मोदी ने एंट्री प्वाइंट और एग्जिट के बारे में कुछ सुझाव दिया था। बताया गया है कि मंदिर परिसर में 6 मंडप बनेंगे, जो 32/32 के होंगे। इन मंडपों के नीचे साधु-संत ध्यान लगाएंगे। इसके अलावा पत्थरों पर बार कोड भी लगाया जा रहा है। वहीं जहां पर पत्थर रखने में मुश्किलें आएंगी, उस स्थान पर विशेष तरह के पत्थर लगाए जाएंगे। वहीं वर्ष 1992 से मंदिर निर्माण के लिए खंभों को तराशने का काम किया जा रहा है। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सोशल मीडिया अकाउंट से समय-समय पर मंदिर निर्माण की तस्वीरें जारी की जाती रहती हैं।

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