करीब 90 केस दर्ज होने के बाद सोमवार को सपा सांसद महिला थाने पहुंचे। उनके साथ पत्नी तंजीन फातिमा और विधायक बेटा अब्दुल्लाह आजम भी साथ थे। यहां एसआईटी टीम ने जौहर यूनिवर्सिटी के नाम पर किसानों की जमीन कब्जाने के मामले में आजम और उनके परिजनों का बयान दर्ज किया।
रामपुर (Uttar Pradesh). करीब 90 केस दर्ज होने के बाद सोमवार को सपा सांसद महिला थाने पहुंचे। उनके साथ पत्नी तंजीन फातिमा और विधायक बेटा अब्दुल्लाह आजम भी साथ थे। यहां एसआईटी टीम ने जौहर यूनिवर्सिटी के नाम पर किसानों की जमीन कब्जाने के मामले में आजम और उनके परिजनों का बयान दर्ज किया।
दूसरी नोटिस पर हाजिर हुए आजम
बता दें, आजम के खिलाफ जौहर यूनिवर्सिटी से सटे आलियागंज के किसानों ने जमीनें कब्जाने का आरोप लगाया था। इसको लेकर आजम पर 30 केस दर्ज किए गए। पुलिस अधीक्षक डॉक्टर अजय पाल शर्मा ने बताया, इन मामलों की जांच के लिए एसआईटी टीम बनाई गई थी। टीम प्रभारी दिनेश गौड़ ने आजम को 23 सितंबर को नोटिस जारी किया था कि वह 25 सितंबर तक बयान दर्ज करा दें, लेकिन आजम हाजिर नहीं हुए। इसके बाद 26 सितंबर को दोबारा से नोटिस जारी कर उनके घर पर चस्पा करा दिया गया था। इसमें 30 सितंबर को थाने में बयान दर्ज कराने को कहा गया था।
आजम ने मांगा था 15 दिन का समय
बता दें, थाने में हाजिर होने से पहले बीते शुक्रवार को आजम के वकील नासिर सुल्तान की ओर से एसआइटी को पत्र दिया गया, जिसमें कहा गया था कि वह आजम के अधिकृत वकील हैं। सांसद की तबियत खराब है, वह रामपुर से बाहर इलाज करा रहे हैं। इसलिए बयान दर्ज कराने के लिए 15 दिन का समय दे दिया जाए। लेकिन एसआइटी ने पत्र लेने से इनकार कर दिया था।
आजम के खिलाफ दर्ज हो चुके हैं 88 केस
आजम के खिलाफ किसानों की जमीन हड़पने से लेकर किताबें चोरी, भैंस चोरी और बकरी चोरी के मामले में 88 केस दर्ज हैं। पिछले दिनों ही इलाहाबाद हाई कोर्ट ने उनके खिलाफ 29 एफआईआर पर गिरफ्तारी से रोक लगाकर बड़ी राहत दी थी। उनके वकील ने एफआईआर रद्द की मांग की थी, जिसे कोर्ट ने खारिज कर दिया था।