आजमगढ़ के रौनापार थाना क्षेत्र के महुला बगीचा में पिता ने अपने बेटे को मौत के घाट उतार दिया। पिता ने बेटे को मौत के घाट उतारने के बाद अपने भाइयों के साथ मिलकर उसके शव को भी नदी के किनारे दफन कर दिया।
आजमगढ़: जनपद में एक पिता ने मामूली बात पर अपने ही बेटे की जान ले ली। यह मामला आजमगढ़ जनपद के रौनापार थाना क्षेत्र के महुला बगीचा से सामने आया। यहां गांव में पिता के मोबाइल पर लूडो खेलना बच्चे के लिए भारी पड़ गया। आलम यह हुआ है कि पिटाई से उसकी जान चली गई। रिपोर्टस के अनुसार आरोपी पिता ने उसकी इतनी पिटाई की कि बेटे की जान तक चली गई। हालांकि बेटे की जान जाते ही पिता को अपने कृत्य का आभास हुआ और उसने उसके बाद घबराहट में अपने भाइयों के साथ शव को नदी के किनारे दफन कर दिया। इस बीच किसी तरह से यह बात पुलिस तक पहुंच गई और पुलिस ने आरोपी पिता को हिरासत में ले लिया। पुलिस पिता के भाइयों की तलाश में भी जुट गई है।
पिता के मोबाइल पर लूडो खोलने से दिखी नाराजगी
आपको बता दें कि जनपद के रौनापार थाना क्षेत्र के गांव महुला बगीचा के निवासी जितेंद्र निषाद का इकलौता पुत्र लकी उर्फ धर्मवीर 4 जून की देर शाम अपने पिता की मोबाइल पर लूडो खेल रहा था। पिता ने जैसे ही बेटे को अपने मोबाइल पर लूडो खेलते हुए देखा तो उसका पारा चढ़ गया। बेटे की इस हरकत पर पिता की नाराजगी सामने आई और उसने नाराज होकर बेटे की पिटाई कर दी। इसके बाद बेटे की मौत हो गई। घटना के बाद पिता ने अपने इस कृत्य में भाइयों को भी साथ में लिया। आरोपी पिता ने अपने भाई व चचेरे भाई के साथ मिलकर बेटे के शव को घर से तकरीबन एक किमी पश्चिम की दूरी पर निकल रही नदी के किनारे जमीन में दफन कर दिया।
ससुराल वालों ने पुलिस को दी जानकारी
प्राप्त जानकारी के अनुसार इस पूरे प्रकरण की सूचना जितेंद्र के ससुराल गौरीडीह वालों को मिली इसके बाद उन्होंने पुलिस को जानकारी दी। मामले की जानकारी मिलने के बाद ही पुलिस मौके पर आई और आरोपी को हिरासत में लिया गया। पुलिस का कहना है कि मामले में अन्य लोगों की तलाश की जा रही है। जल्द ही उनको गिरफ्तार किया जाएगा।
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