बदायूं गैंगरेप केसः प्रियंका-अखिलेश और मायावती का हमला, सीएम योगी ने ADG को लगाया फोन, कहा- पूरी ताकत लगा दें

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक पोस्टमार्टम रिपोर्ट में कहा गया है कि महिला के साथ गैंगरेप किया गया था। इसके बाद उसके प्राइवेट पार्ट में रॉड डाली गई, जिससे अंदरूनी हिस्सा फट गया। उसकी बाईं सातवीं पसली टूटी हुई मिली और बायां फेफड़ा भी फटा हुआ था। इसके अलावा उसका बायां पैर टूटा हुआ मिला है। उसके शरीर का सारा खून बह जाने से उसकी मौत हो गई। 
 

Asianet News Hindi | Published : Jan 6, 2021 12:42 PM IST / Updated: Jan 06 2021, 09:38 PM IST

लखनऊ (Uttar Pradesh) । बदायूं गैंगरेप कांड को लेकर राजनीति शुरू हो गई है। घटना को लेकर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा और सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर निशाना साधा है। वहीं बसपा सुप्रीमो मायावती ने भी जल्द जांच कर दोषियों को कड़ी सजा दिलाने की मांग की है। दूसरी ओर सीएम योगी आदित्यनाथ एक्शन में आ गए हैं। उन्होंने एडीजी जोन, बरेली से घटना के संबंध में रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही यूपी एसटीएफ को भी विवेचना में सहयोग देने को कहा है। बता दें कि मामले में मुख्य आरोपी पुजारी सत्य नारायण दास अभी भी फरार है। आइये जानते हैं, किस नेता ने क्या कहा।

 

 

अपराधियों को बचाने की कोशिश न करे भाजपाः अखिलेश
बदायू की घटना को लेकर सपा सुप्रीमो और पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने ट्वीट किया है, जिसमें उन्होंने लिखा है कि बदायूं में एक महिला के साथ सामूहिक बलात्कार के बाद हैवानियत और दरिंदगी का जो वीभत्स रूप पोस्टमार्टम में सामने आया है वो दिल दहलानेवाला है। भाजपा सरकार अपराधियों को बचाने की कोशिश न करें और मृतका व उसके परिवार को पूर्ण न्याय मिले। भाजपा सरकार का कुशासन अपराधियों की ढाल न बने।

 

 

योगी सरकार की नीयत पर प्रियंका ने उठाये सवाल
प्रियंका गांधी ने ट्वीट पर लिखा है कि हाथरस में सरकारी अमले ने शुरुआत में फरियादी की नहीं सुनी। सरकार ने अफसरों को बचाया और आवाज को दबाया। बदायूं में थानेदार ने फरियादी की नहीं सुनी, घटनास्थल का मुआयना तक नहीं किया। महिला सुरक्षा पर यूपी सरकार की नियत में खोट है।

 

 

मायावती ने की ये मांग
बसपा सुप्रीमो और पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने लिखा है कि उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले में एक महिला के साथ हुई सामूहिक दुष्कर्म व हत्या की घटना अति-दुःखद व अति-निन्दनीय। राज्य सरकार इस घटना को गंभीरता से ले व दोषियों को सख्त सजा दिलाना भी सुनिश्चित करे ताकि ऐसी घटना की पुनरावृति न हो, बीएसपी की यह मांग।

 

 

यह पूरा मामला
जांच में यह बात सामने आ रही है कि आंगनबाड़ी सहायिका हर दिन की तरह रविवार को भी मंदिर में पूजा करने गई थीं। आरोप है कि जहां मंदिर के पुजारी, उनके एक चेले और ड्राइवर ने महिला से दुष्कर्म किया। इसके बाद हत्या कर दी थी। पीड़ित पक्ष का आरोप है देर रात पुजारी की जीप से दरिंदे शव को मृतका के दरवाजे पर फेंककर चले गए। वहीं, कुएं में गिरने की झूठी कहानी बताने लगे। पहले मामले को दबाने में जुटी पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। आज दोपहर बाद पैनल में पोस्टमार्टम कराया गया। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक पोस्टमार्टम रिपोर्ट में कहा गया है कि महिला के साथ गैंगरेप किया गया था। इसके बाद उसके प्राइवेट पार्ट में रॉड डाली गई, जिससे अंदरूनी हिस्सा फट गया। उसकी बाईं सातवीं पसली टूटी हुई मिली और बायां फेफड़ा भी फटा हुआ था। इसके अलावा उसका बायां पैर टूटा हुआ मिला है। उसके शरीर का सारा खून बह जाने से उसकी मौत हो गई। 

 


 

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