यूपी के बागपत जिले में एक महिला ने दो साल के मासूम बच्चे को चलती कार के नींचे फेंक दिया। जिसके बाद तेज रफ्तार कार बच्चे को रौंदते हुए निकल गई। मौके पर मौजूद लोगों ने आरोपी महिला को पुलिस को सौंप दिया है।
बागपत: उत्तर प्रदेश के बागपत जिले से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। एक महिला ने दो साल के मासूम बच्चे को चलती कार के सामने फेंक दिया। बताया जा रहा है कि महलिा बच्चे की चाची थी। दो साल का मासूम किसी बात को लेकर रो रहा था। बच्चे ने चुप न होने पर उसकी चाची ने खौफनाक वारदात को अंजाम दे दिया। यह नजारा देख आसपास के लोगों ने बच्चे को उठा लिया और आरोपी महिला को पकड़ भी लिया। इसके बाद मामले की जानकारी पुलिस को दी गई और घायल बच्चे को अस्पताल पहुंचाया गया।
दो साल के मासूम को चलती कार के सामने फेंका
इलाज के लिए अस्पताल ले गए बच्चे को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। वहीं घटना की जानकारी होने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने महिला को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। यह मामला कोतवाली क्षेत्र के कैनरा बैंक के सामने दिल्ली-सहारनपुर हाइवे की है। आरोपित महिला ने पुलिस को बताया कि उसका नाम सीता है और वह मृतक बच्चे की चाची है। वह दो बच्चों काला और कोको को लेकर राजस्थान जा रही थी। इसी दौरान 2 साल का मासूम किसी बात को लेकर लगातार रोए जा रहा था। बच्चे के चुप न होने पर बौखलाई महिला ने उसे चलती कार के सामने फेंककर भाग गई।
बच्चों को राजस्थान ले जा रही थी महिला
इसी दौरान हाइवे से गुजरी तेज रफ्तार कार बच्चे को रौंदते हुए निकल गई। आसपास मौजूद लोगों ने जब यह घटना देखी तो लोग बच्चे की ओर दौड़ पड़े ताकि कोई और गाड़ी बच्चे के ऊपर से न निकल जाए। स्थानीय लोगों ने आरोपित महिला को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया। मौके पर मौजूद लोगों ने ट्रैफिक रुकवाकर बच्चे को अस्पताल पहुंचाया जहां पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस पूछताछ में 9 साल की कोको ने बताया कि उसके पापा लिलोन खेड़ी और मम्मी राजस्थान में है। महिला बच्चों को उनकी मम्मी के पास लेकर जा रही थी। फिलहाल लोगों को आशंका है कि महिला बच्चों को कहीं से उठाकर लाई है।
चकबन्दी से परेशान किसान ने सुसाइड करने का किया प्रयास, वीडियो बनाकर अधिकारियों पर लगाए गंभीर आरोप