यूपी के जिले बरेली में प्रेम प्रसंग में एक युवक की हत्या कर दी गई और उसका शव आम के बाग में लटका मिला। इतना ही नहीं उसके हाथ रस्सी से बंधे हुए थे। मुंह में कपड़ा ठूंसा हुआ था और पैर जमीन से छू रहे थे। परिजनों ने युवक की हत्या का आरोप उसकी मुस्लिम प्रेमिका के परिवार वालों पर लगाया है।
बरेली: उत्तर प्रदेश के जिले बरेली से प्रेम प्रसंग के चलते एक युवक की हत्या कर दी गई है। उसका शव गांव के आम के बगीचे में मिला है। इतना ही नहीं हत्यारों ने उसके हाथ रस्सी से बांध दिए थे और मुंह पर कपड़ा ठूंसा हुआ था। युवक के पैर जमीन से छू रहे थे। युवक की हत्या का आरोप उसकी मुस्लिम प्रेमिका के परिवार वालों पर लगा है। युवक की हत्या से नाराज परिजनों ने पुलिस पर कार्रवाई न करने का आरोप लगाकर बहेड़ी नैनीताल हाईवे पर शनिवार की दोपहर को प्रदर्शन किया, जिसकी वजह से जाम लग गया। इतना ही नहीं इस दौरान पुलिसकर्मियों से महिलाओं की झड़प भी हुई। इसकी जानकारी होने पर हत्या बहेड़ी के एसडीएम मौके पर पहुंचे और लोगों को समझा-बुझाकर शांत कर जाम खुलवाया।
मृतक युवक के पिता ने बताई ये बात
जानकारी के अनुसार यह मामला शहर के शीशगढ़ थाना क्षेत्र के जियानगला गांव का है। यहां के निवासी सुनील कुमार (22) पुत्र आशा राम मजदूरी करता था। मृतक युवक का गांव में ही रहने वाली दूसरे समुदाय की युवती से प्रेम प्रसंग चल रहा था। लेकिन युवती के परिवार वाले इसके विरोध में थे। युवक की मौत पर लड़के के पिता का कहना है कि आशाराम का कहना है कि कल रात करीब एक बजे बेटे के व्हाट्सएप ग्रुप पर एक ऑडियो व फोटो आई थी, जिसमें बेटा अपनी जान की भीख मांग रहा था। इस दौरान वह कह रहा था कि मुझे छोड़ दो। ग्राम प्रधान ने फैसला करा दिया है तो मुझे क्यों मार रहे हो।
पुलिस ने गिरफ्तारी का दिया आश्वासन
युवक के पिता ने आगे बताया कि शुक्रवार रात 11 बजे उन्होंने अपने बेटे सुनील को सोत देखा था। इसके बाद वह अचानक गायब हो गया। मोबाइल में ऑडियो सुनने के बाद उनको अनहोनी की आशंका थी इसलिए पूरा परिवार उसकी खोज में निकल पड़ा। काफी समय तक तलाश की पर कुछ पता नहीं चल पाया लेकिन शनिवार की सुबह रामधुन के खेत में बेटे का शव मिला। युवक के परिजनों ने पुलिस पर आरोपियों से मिलने का आरोप लगाया है, इसी वजह से युवक करीब डेढ़ घंटे तक ग्रामीण नैनीताल हाईवे पर बैठे रहे। पुलिस ने हटाने का प्रयास किया तो झड़प हो गई। इसकी जानकारी होने पर सीओ और एसडीएम ने लोगों को समझाकर जाम खुलवाया साथ ही गिरफ्तारी का आश्वासन दिया है। वहीं दूसरी ओर परिवार के लोग गिरफ्तारी न होने तक अंतिम संस्कार न करने की जिद पर अड़े हैं।
तीन महीने पहले युवती के परिजनों से हुआ था झगड़ा
ऐसा बताया जा रहा है कि युवक का तीन महीने पहले युवती के परिजनों से झगड़ा हुआ था। जिसके बाद प्रधान ने पंचायत को बुलाकर फैसला करा दिया था। इसके बाद से दोनों परिवार के लोगों के बीच में बोलचाल बंद हो गई थी। युवती के परिजनों पर आरोप है कि इसरार अहमद, अबरार अहमद, सरफराज अहमद रंजिश मानने लगे थे। युवक के पिता आशाराम ने मुस्लिम युवती के परिवार के पांच लोगों के खिलाफ नामजद तहरीर दी है। इस पूरे प्रकरण में सीओ बहेड़ी तेजवीर सिंह का कहना है कि तहरीर के आधार पर जांच के बाद मुकदमा लिखा जाएगा। परिवार वालों को समझाकर जाम खुलवा दिया गया है और युवक के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा दिया गया है।
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