होमगार्डों की कथित तौर पर फर्जी हाजिरी लगाकर सरकार को करोड़ों रुपये की चपत लगाने का मामला सामने आया है। मामला सामने आने के बाद सरकार एक्शन में आ गई है
लखनऊ(Uttar Pradesh ). होमगार्डों की कथित तौर पर फर्जी हाजिरी लगाकर सरकार को करोड़ों रुपये की चपत लगाने का मामला सामने आया है। मामला सामने आने के बाद सरकार एक्शन में आ गई है। मामले को लेकर मंत्री चेतन चौहान ने डीजी होमगार्ड को तलब किया है। उन्होंने कहा है कि पूरे मामले की जांच की जा रही है। जल्द ही इस मामले में दोषी सामने होंगे।
दरअसल नोयडा के एसएसपी वैभव कृष्ण को ये सूचना मिली कि होमगार्डों की फर्जी ड्यूटी लगाकर उसके वेतन की बंदबांट की जा रही है। जिसके बाद एसएसपी ने पूरे मामले की जांच कराई तो घोटाले की परतें खुलती चली गई। जांच में ये बात पता चली कि कुछ होमगार्ड ड्यूटी पर नहीं आते, लेकिन विभाग के अधिकारी थानों में उनकी उपस्थिति दिखाकर उनका वेतन निकाल लेते हैं। यह पूरा खेल होमगार्ड विभाग के एक संगठित गिरोह के माध्यम से होता है।
फर्जी मुहर से देते थे फर्जीवाड़े को अंजाम
एसएसपी वैभव कृष्ण के मुताबिक़ होमगार्ड विभाग में सक्रिय जालसाज फर्जी मुहर के सहारे ड्यूटी पर न आने वाले होमगार्ड्स का भी भुगतान करा लेते थे। जिसके बाद इन पैसों के बंदरबांट हो जाती थी। एसएसपी के मुताबिक़ अभी तक जांच में ये बात सामने आई कि थानों में होमगार्ड्स की ड्यूटी से संबंधित प्रपत्रों पर फर्जी मुहर लगाई गयी है। इसी फर्जी मुहर व साइन के सहारे भुगतान करा लिया जाता था।
मंत्री चेतन चौहान ने डीजी होमगार्ड्स को किया तलब
इस मामले में होमगार्ड मंत्री चेतन चौहान ने अहम बैठक बुलाई है। विधान सभा कार्यालय में बैठक में डीजीपी होमगार्ड को तलब किया गया है। मामले में मंत्री चेतन चौहान ने कहा है कि मिली शिकायतों पर जांच कराई जा रही है। दोषियों पर विभागीय कार्यवाई की जाएगी। कितना भी प्रभावशाली व्यक्ति हो कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि अभी सिर्फ नोएडा मामले की जांच कराई जा रही है।