चचेरे भाइयों की हत्या के बाद गंगा में फेंका गया शव, दिल्ली पुलिस के सिपाही ने बुलंदशहर में दिया घटना को अंजाम

यूपी के बुलंदशहर जिले में दो चचेरे भाइयों की हत्या कर आरोपियों ने सिर को शरीर से अलग कर दिया था। पुलिस ने बताया कि इस हत्या का मुख्य आरोपी दिल्ली पुलिस का एक सिपाही है। उसी ने इस खौफनाक वारदात को अंजाम दिया है। 

बुलंदशहर: उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में दो चचेरे भाइयों भूपेंद्र और जगदीश की हत्या कर दी गई। कातिलों ने मृतकों के धड़ को संभल जिले के रजपुरा थाना क्षेत्र में और सिर को गंगा में फेंक दिया था। इस घटना का मुख्य आरोपी दिल्ली पुलिस का सिपाही तुषार है। आरोपी सिपाही ने अपने भाई, मां और एक साथी के साथ मिलकर इस खौफनाक घटना को अंजाम दिया है। पुलिस ने मुख्य आरोपी की मां और भाई को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं तुषार की तलाश की जा रही है। पुलिस ने तुषार पर 25 हजार रुपये का इनाम घोषित कर दिया है। बता दें कि कैलावन निवासी 21 वर्षीय भूपेंद्र और उसका 18 वर्षीय चचेरा भाई जगदीश उर्फ भूरा बीते एक अक्टूबर से लापता थे। घरवालों के अनुसार, दोनों काली की शोभायात्रा देखने गए। जिसके बाद वह घर वापस नहीं आए।

आरोपियों ने मांगी 5 करोड़ की फिरौती
जिसके बाद भूपेंद्र के पिता नरेश ने मामले की जानकारी पुलिस को दी थी। जब भूपेंद्र के पिता थाने में शिकायत दर्ज करवा रहे थे उसी दौरान उनके पास आरोपियों का फोन आया। फोन करने वाले ने धमकी देते हुए कहा कि यदि अपने बच्चों को जिंदा देखना चाहते हो तो पांच करोड़ का इंतजाम कर लो। जिसके बाद पुलिस ने इस मामले पर फौरन सक्रियता दिखाते हुए दोनों युवकों की तलाश शुरूकर दिया था। वहीं पुलिस ने मामले की सूचना अफसरों को दी और मामले की गहनता से जांच की जाने लगी। थाना पुलिस और एसओजी ने भूपेंद्र की कॉल डिटेल खंगाली और करीब 40 लोगों से मामले की पूछताछ की गई। इनमें से कुछ लोग गांव के भी थे। इस दौरान पुलिस को पता चला कि अंतिम बार भूपेंद्र और जगदीश को दुर्गेश के साथ देखा गया था। 

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घटना का मुख्य आरोपी दिल्ली पुलिस में है सिपाही
इसके बाद सोमवार देर रात पुलिस ने इस घटना के दो आरोपियों लता शर्मा और मुकुल को गांव से गिरफ्तार कर लिया था। वहीं दुर्गेश को मंगलवार की सुबह कैलावन के निकट जंगल से मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया गया था। आरोपियों से पूछताछ के दौरान पुलिस को पता चला कि भूपेंद्र के लता से संबंध थे। इसलिए उसके बेटे तुषार और दुर्गेश ने इस घटना को अंजाम दे डाला। काली शोभायात्रा देखने के लिए घर से निकले भूपेंद्र और जगदीश अपने घर बुला लिया। आरोपियों ने पहले तो दोनों को शराब पिलाया। इसके बाद जब वह नशे में हो गए तो उनकी हत्या कर सिर धड़ से अलग कर दिया। आरोपी दुर्गेश ने बताया कि उसके पिता दिल्ली पुलिस में तैनात थे। उनकी करीब 7 साल पहले मौत हो गई थी। जिसके बाद उसके बड़े भाई तुषार को पिता की जगह दिल्ली पुलिस में नौकरी मिल गई थी। 

आरोपियों ने की पुलिस को गुमराह करने की कोशिश
आरोपी तुषार वर्तमान में दिल्ली मालवीय नगर थाने में तैनात था। छोटा भाई दुर्गेश बीकॉम द्वितीय वर्ष का छात्र है और गांव में ही अपनी मां लता के साथ रहता है। उसने बताया कि करीब ढाई महीने पहले भूपेंद्र कुमार उर्फ गोलू उसके घर आया था। इस दौरान जब दुर्गेश जब घर पहुंचा तो उसने अपनी मां को भूपेंद्र के साथ आपत्तिजनक हालत में देख लिया था। उस समय दुर्गेश ने भूपेंद्र की जमकर पिटाई कर दी थी और अपनी मां पर भी इस हरकत के लिए नाराजगी जताई थी। इस घटना से नाराज होकर उसने पहले भी कई बार भूपेंद्र की मौत की योजना बनाई थी लेकिन वह हर बार चूक जाता था। इस बार पूरे वारदात को अंजाम देने के लिए तुषार ने पूरी कहानी बनाकर तैयार की थी। वह पुलिस विभाग में तैनात था इसलिए वह पुलिस कार्यप्रणाली से पूरी तरह से वाकिफ था। उसने पुलिस का ध्यान भटकाने के लिए हत्या कर सिर अलग फेंक दिया था और फिरौती मांग की थी। 

बुलंदशहर: चचेरे भाइयों की निर्मम हत्या, संभल के जंगल में मिला शव, सिर की तलाश जारी

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