आजम खान की यूनिवर्सिटी की दीवार पर चला बुलडोजर, सपा सरकार में बदल ली थी जमीन

सपा शासनकाल में इस जमीन के बदले दूसरी जमीन दे दी गई थी, लेकिन सत्ता परिवर्तन के बाद भाजपा नेता आकाश सक्सेना ने इसकी शिकायत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से कर दी थी। आरोप लगाया कि नियमों के विरूद्ध जाकर जमीन की अदला-बदली की गई है। जांच में आरोप सही पाए गए।
 

Ankur Shukla | Published : Feb 20, 2020 10:57 AM IST / Updated: Feb 20 2020, 07:04 PM IST

रामपुर (Uttar Pradesh) । सांसद आजम खान की जौहर यूनिवर्सिटी की चहारदीवारी पर जिला प्रशासन ने बुलडोजर चला दिया। यह दीवार चकरोड की जमीन पर बनी थी। बता दें कि सपा सांसद आजम खान जौहर यूनिवर्सिटी के संस्थापक हैं। अतिक्रमण करने के बाद इसकी बाउंड्री वॉल को बनवाया गया था। सपा शासनकाल में इस जमीन के बदले दूसरी जमीन दे दी गई थी।

भाजपा नेता ने की थी शिकायत
सपा शासनकाल में इस जमीन के बदले दूसरी जमीन दे दी गई थी, लेकिन सत्ता परिवर्तन के बाद भाजपा नेता आकाश सक्सेना ने इसकी शिकायत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से कर दी थी। आरोप लगाया कि नियमों के विरूद्ध जाकर जमीन की अदला-बदली की गई है। जांच में आरोप सही पाए गए।

राजस्व परिषद ने दिया था ये आदेश
इस पर प्रशासन ने राजस्व परिषद में वाद दायर करा दिया। इस मामले में पिछले दिनों उत्तर प्रदेश राजस्व परिषद ने आदेश दिया था कि चकरोड की जमीन को खाली करा दिया जाए। परिषद ने जमीनों की अदला-बदली को गलत माना था। इस पर प्रशासन ने जमीन पर कब्जा ले लिया, लेकिन इसमें निर्माण कार्य भी हो चुका है। कुलापति आवास का एक हिस्सा चकरोड की जमीन पर बना है। इसी तरह यूनिवर्सिटी की चारदीवारी और एक इमारत का हिस्सा भी चकरोड की जमीन पर है। 

एसडीएम ने दिखाई तेजी
निर्माण को हटाने के लिए उपजिलाधिकारी सदर प्रेमप्रकाश तिवारी ने नोटिस जारी कर 15 दिन का समय दिया था। उपजिलाधिकारी ने चार दिन पूर्व ही कहा था कि समयावधि पूरी हो गई है। जल्द ही कार्रवाई की जाएगी। उसी परिप्रेक्ष्य में एक्शन लिया गया। इसके बाद प्रशासन ने चकरोड की जमीन पर कब्जा ले लिया और ग्राम पंचायत के सुपुर्द कर दी। 

Share this article
click me!