लखनऊ के कारोबारियों ने जताई उम्मीद, कहा- लॉकडाउन और कोरोना के बाद होली में हो सकता है 100 करोड़ का करोबार

Published : Mar 13, 2022, 04:45 PM IST
लखनऊ के कारोबारियों ने जताई उम्मीद, कहा- लॉकडाउन और कोरोना के बाद होली में हो सकता है 100 करोड़ का करोबार

सार

कोरोना के मामले कम होने और लॉकडाउन खत्म होने के बाद बाजार में उछाल भी देखने को मिलने लगा है। होली के लिए बाजार सजने लगे हैं। प्रदेश की राजधानी यहियागंज, चौक, पांडेय गंज, अमीनाबाद, पत्रकारपुरम समेत शहर के सभी बाजार रंग-गुलाल और पिचकारी से सज गए हैं।

लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव की जीत पर भारतीय जनता पार्टी ने 10 मार्च को होली जैसा जश्न मनाया था। लेकिन अब असल होली का त्यौहार आने में कुछ दिन रह गए है। जिसकी वजह से होली का बाजार चढ़ने लगा है। कोरोना के मामले कम होने और लॉकडाउन खत्म होने के बाद बाजार में उछाल भी देखने को मिलने लगा है। प्रदेश की राजधानी लखनऊ के यहियागंज, चौक, पांडेय गंज, अमीनाबाद, पत्रकारपुरम समेत शहर के सभी बाजार रंग-गुलाल और पिचकारी से सज चुके हैं। कारोबारियों का कहना है कि कोविड की वजह से कारोबार अभी तक ठप था, लेकिन अब तेजी आई है। उम्मीद है कि इस बार लखनऊ से 100 करोड़ रुपए से ज्यादा का कारोबार होगा।

यहियागंज व्यापार मंडल के अध्यक्ष ने बताया कि यहियागंज रंग-गुलाल का थोक बाजार है। यहां से आस-पास से 20 से ज्यादा जिलों का कारोबार होता है। इसमें सीतापुर, लखीमपुर, गोंडा, बस्ती, बहराइच, बाराबंकी, अयोध्या सहित अधिकांश जिलों का कारोबार होता है। कारोबारियों का कहना है कि इस बार 100 करोड़ रुपए से ज्यादा का कारोबार होगा।

वॉटर टैंक और गन पिचकारी की है डिमांड
थोक बाजार में 10 रुपए से लेकर 1000 रुपए तक की पिचकारी उपलब्ध है। यहियागंज में पिचकारी विक्रेता राकेश सिंह ने बताया कि बाजार में 10 रुपए से लेकर 100 रुपए तक की पिचकारी उपलब्ध है। इसमें रंग-बिरंगी कार्टून वाली पिचकारियां बच्चों को अपनी तरफ आकर्षित कर रही हैं। सबसे ज्यादा डिमांड वॉटर टैंक और गन वाली पिचकारी की है।

सबसे ज्यादा माल हाथरस से है आता 
कारोबारियों ने बताया कि रंग-गुलाल सबसे ज्यादा हाथरस से आता है। कोविड से पहले तक बाजार करीब 80 करोड़ रुपए का होता था, लेकिन इस बार स्थिति सुधरने की उम्मीद है। नुकसान के डर से कई कंपनियों ने माल भी कम तैयार किया है, लेकिन मार्केट में डिमांड बढ़ गई है। ऐसे में रेट भी बढ़ने लगा है। 

मोदी योगी के मुखौटे की है डिमांड
कारोबारियों ने बताया कि सबसे ज्यादा डिमांड मोदी और योगी वाले मुखौटा की है। इसके अलावा डोरेमॉन, मोटू-पतलू, बैनटेन, छोटा भीम के मुखौटे बच्चों को अपनी ओर खूब आकर्षित कर रहे हैं। बच्चों और बड़ों के लिए होली खेलने के लिए राजस्थान की पगड़ी और सिर को साफ रखने के लिए बालों की विग भी खूब बिक रही है। इनकी कीमत 380 रुपए, 400 रुपए और 900 रुपए है।

स्मॉग सिलिंडर की सबसे ज्यादा डिमांड
इस बार सबसे ज्यादा डिमांड स्मॉग सिलिंडर भी बहुत है। इसकी खासियत है कि जैसे ही सिलिंडर को स्टार्ट किया जाएगा। इसमें गुलाल के अलग-अलग तरह के रंग निकलेंगे, जो देखने में बहुत सुंदर होंगे। स्मॉग सिलिंडर बाजार में तीन साइज में उपलब्ध हैं। इनकी कीमत 120 रुपए से लेकर 900 रुपए तक है। वहीं, बलून भी 10 रुपए से लेकर 150 रुपए, स्नो स्प्रे 50 रुपए से लेकर 500 रुपए, गुलाल 30 रुपए से लेकर 1600 रुपए तक मिल रहे हैं।

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